रवीश कुमार का प्राइम टाइम: डॉक्टरों को संक्रमण और भेदभाव से बचाओ
प्रकाशित: अप्रैल 08, 2020 09:00 PM IST | अवधि: 37:00
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दुनिया भर में जो कोरोना से लड़ रहे हैं वे डॉक्टर,नर्स,फार्मेसिस्ट,लैब टेक्नीशियन और स्वास्थ्य कर्मी हैं. हर युद्ध में सिपाही के पास गोली चलाने का मौका रहता है, गोली आएगी तो वह भी जवाब में गोली चला सकता है लेकिन यहां डॉक्टरों को मालूम है कि इलाज नहीं है. लेकिन उन्हें संक्रमण हो गया तो उनकी जान भी खतरे में पड़ जाएगी. सिर्फ डॉक्टर ही नहीं तमाम कर्मचारी भी अस्पताल के भीतर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. इसलिए बार-बार फ्रंटलाइन की बात होती है क्योंकि युद्ध के दिनों में सीमा का मतलब वह होता है जहां जवान खड़ा होता है. लेकिन इस महामारी में सीमा का मतलब वह है जो अस्पताल के भीतर है.