प्राइम टाइम इंट्रो: सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ का ऐतिहासिक फैसला
प्रकाशित: सितम्बर 06, 2018 09:00 PM IST | अवधि: 9:23
Share
कई बार सर्वोच्च अदालत के कुछ फैसले को इस लिए नहीं पढ़ा जाना चाहिए कि वह आपके हिसाब से आया है. बल्कि इस लिए भी पढ़ा जाना चाहिए कि फैसले तक पहुंचने से पहले तर्कों की प्रक्रिया क्या है, उसकी भाषा क्या है और भाषा की भावना क्या है. आईपीसी की धारा 377 को समाप्त करने का फैसला जिस पीठ ने दिया है उसमें शामिल सभी जजों को इतिहास में याद किए जाएंगे. अफसोस सिर्फ इतना है कि 6 सितंबर से शुरू हो रही इतिहास की इस यात्रा में भारत सरकार शामिल नहीं है.