प्रकाशित: अक्टूबर 09, 2018 09:33 PM IST | अवधि: 4:22
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ऊर्दू का एक शेर है. सब मेरे चाहने वाले हैं, मेरा कोई नहीं, मैं भी इस मुल्क़ में ऊर्दू की तरह रहता हूं. ऊर्दू जैसी ख़ूबसूरत ज़ुबां की हालत को ये शेर क्या ख़ूब बयां करता है. और यूपी सरकार के एक फ़ैसले से तो ये शेर और भी मौज़ूं हो उठता है. दरअसल यूपी की योगी सरकार ने अपने प्राइमरी स्कूलों में चार हज़ार ऊर्दू शिक्षकों की भर्ती रद्द कर दी है. सरकार का कहना है कि प्राइमरी स्कूलों में ज़रूरत से ज़्यादा ऊर्दू टीचर मौजूद हैं और पिछली सरकार ने वोटों के लालच में भर्ती का शिगूफ़ा छोड़ा था, लेकिन मुस्लिम उलेमा और विपक्ष इसे सरकार का भेद भाव का एजेंडा बताते हैं.