शेखर जोशी आधुनिक हिंदी कथा के प्रथम पांक्तेय लेखकों में रहे. 'कोशी का घटवार', 'दाज्यू' या 'नौरंगी बीमार है' जैसी उनकी कई कहानियां पाठकों की स्मृति में बिल्कुल गड़ी हुई हैं. वे पहाड़ में पैदा हुए थे, पहाड़ को ताउम्र अपनी पीठ पर ढोते रहे, अपनी रचनाओं में लिखते रहे, लेकिन इसके समानांतर वे इलाहाबाद के भी लेखक थे.