बिहार की एक अस्पताल में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (DMCH) में फैज़ान नामक बच्चे के दाएं हाथ में प्लास्टर बांध दिया गया, जबकि फ्रैक्चर उसके बाएं हाथ में है. उसकी मां का कहना है, 'यह घोर लापरवाही है. हमें अस्पताल से एक गोली भी नहीं दी गई. जांच करवाई जानी चाहिए.'
इस पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (DMCH) के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा, 'मुझसे स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच करने तथा संबद्ध टीम से इस लापरवाही के संदर्भ में स्पष्टीकरण मांगने के लिए कहा है. मैं इस घटना की निंदा करता हूं, और इसे ठीक करने की कोशिश कर रहा हूं. इस घटना में शामिल लोगों को दंडित किया जाएगा.'
Dr Raj Ranjan Prasad, Superintendent: Health Minister has asked me to investigate the matter and seek clarification from the concerned team regarding this negligence. I condemn this incident&I am trying to fix the issue. People involved in the incident will be punished. (June 25) pic.twitter.com/xxx8uFT42c
— ANI (@ANI) June 26, 2019
बता दें, हालही मध्य प्रदेश से डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया था, जहां सागर जिले के बीना कस्बे के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मृत घोषित 72 वर्षीय एक व्यक्ति दूसरे दिन पुलिस को मुर्दाघर में जिंदा मिला. हालांकि, इसके कुछ देर बाद ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मध्य प्रदेश : डॉक्टरों ने जिस शख़्स को मरा घोषित किया था, पोस्टमार्टम के दौरान वह जिंदा निकला
बीना पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक अनिल मौर्य ने बताया था कि मृतक की पहचान छतरपुर जिले के नौगांव कस्बे के रहने वाले किशन सोनी के तौर पर की गई है. उसे 14 जून को इलाज के लिये बीना के शासकीय अस्पताल में भर्ती किया गया था. 20 जून की रात को लगभग 9 बजे अस्पताल के डॉक्टर ने उसे मृत घोषित करते हुए पुलिस को इसकी सूचना भेज दी. दूसरे दिन पुलिस टीम मुर्दा घर पहुंची तो उसने किशन को जिंदा देखा और वह कुछ बात करने की कोशिश भी कर रहा था.
डॉक्टरों ने सर्जरी के दौरान महिला के पेट में छोड़ी चिमटी, तीन महीने बाद हुआ खुलासा
उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों ने तत्काल किशन को अस्पताल पहुंचाया लेकिन उपचार के कुछ देर बाद लगभग साढ़े दस बजे बजे उसकी मौत हो गई. जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसआर रोशन ने कहा कि इस मामले में डॉक्टर की लापरवाही की जांच की जायेगी. बीना के एसडीएम के एल मीणा ने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को भेजी जायेगी और इसके बाद ही दोषी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई की जायेगी.
(इनपुट- एएनआई)
Video: बिहार में पीड़ितों के खिलाफ ही FIR दर्ज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं