बिहार के चर्चित मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप कांड में जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों को तबादला कर दिया गया है. हैरानी इस बात की है कि कोर्ट ने आदेश दिया था कोर्ट ने पहले भी इन अधिकारियों के ट्रांसफर करने पर केंद्र सरकार को फटकार लगाई थी लेकिन फिर भी क्यों यह ट्रांसफर किया गया है, समझ से परे हैं. वहीं इस पर आरजेडी ने इस पर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पूछा है, CM नीतीश किसे बचाना चाह रहे हैं? आरजेडी की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा है, ' मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के साथ साथ बिहार भर के शेल्टर होम में बच्चियों को नोंच नोंच खाने वाले गिद्ध आज खुद को कबूतर बता रहे हैं! जदयू के भ्रष्ट कबूतर और बीजेपी के दंगाई कबूतरी के चुनावी गुटरगूं से बच्चियों की कराह की आवाज़ नहीं दबेगी दुःशासन बाबू!'
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के साथ साथ बिहार भर के शेल्टर होम में बच्चियों को नोंच नोंच खाने वाले गिद्ध आज खुद को कबूतर बता रहे हैं!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 3, 2020
जदयु के भ्रष्ट कबूतर व भाजपा के दंगाई कबूतरी के चुनावी गुटरगूँ से बच्चियों की कराह की आवाज़ नहीं दबेगी दुःशासन बाबू!
आपको बता दें कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सुप्रीम कोर्ट में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों ने 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की थी और एक श्मशान घाट से ‘हड्डियों की पोटली' बरामद हुई है. सुप्रीम कोर्ट में दायर अपने हलफनामे में सीबीआई ने कहा कि जांच के दौरान दर्ज पीड़ितों के बयानों में 11 लड़कियों के नाम सामने आये हैं जिनकी ठाकुर और उनके सहयोगियों ने कथित रूप से हत्या की थी.
सीबीआई ने कहा कि एक आरोपी की निशानदेही पर एक श्मशान घाट के एक खास स्थान की खुदाई की गई जहां से हड्डियों की पोटली बरामद हुई है. गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक एनजीओ द्वारा संचालित आश्रय गृह में कई लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया गया था और टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा उछला था.
हाईकोर्ट की निगरानी में होगी मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड की CBI जांच
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