Chhapaak Review: दीपिका पादुकोण की दमदार एक्टिंग और मेघना गुलजार का सधा हुआ डायरेक्शन है 'छपाक'

Chhapaak Movie Review: मेघना गुलजार (Meghna Gulzar) ने 'छपाक (Chhapaak)' के लिए टॉपिक चुना एसिड अटैक सरवाइवर का और एक्ट्रेस लिया दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) को. दोनों ही दिल को छूने वाले रहे.

Chhapaak Review: दीपिका पादुकोण की दमदार एक्टिंग और मेघना गुलजार का सधा हुआ डायरेक्शन है 'छपाक'

Chhapaak Movie Review: दीपिका पादुकोण की पॉवरफुल परफ़ॉर्मेंस

खास बातें

  • मेघना गुलजार की फिल्म है 'छपाक'
  • दीपिका पादुकोण हैं लीड रोल में
  • जानें कैसी है फिल्म 'छपाक'
नई दिल्ली:

Chhapaak Movie Review: मेघना गुलजार (Meghna Gulzar) ने अपनी पिछली दोनों फिल्में 'तलवार' और 'राजी' असल जिंदगी से जुड़ी घटनाओं को लेकर बनाई और वह दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब भी रहीं. मेघना गुलजार ने 'छपाक (Chhapaak)' के लिए टॉपिक चुना एसिड अटैक सरवाइवर का और एक्ट्रेस लिया दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) को. उनकी यह दोनों बातें ही फिल्म की यूएसपी बन पड़ी है. सधे हुए डायरेक्शन और अंतहीन पीड़ा की कहानी दिल से लेकर दिमाग तक को जीतने का काम करती है, और एसिड अटैक सरवाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की रियल लाइफ को परदे पर उकेरने में मेघना गुलजार ने कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी है. इस तरह 'छपाक (Chhapaak)'आज के दौर की एक महत्वपूर्ण फिल्म है. 

'छपाक (Chhapaak)' का कहानी मालती यानी दीपिका पादुकोण की है. जो एसिड अटैक सरवाइवर है और इस घटना के बावजूद अपनी जिंदगी की जंग को पूरी ताकत और हिम्मत के साथ लड़ रही है. मालती की इस जंग में उसके साथी हैं अमोल (विक्रांत मैसे) और उनकी वकील (मधुरजीत सर्गी). इस तरह फिल्म की कहानी कहीं भी अत्यधिक नाटकीय नहीं होती और मालती के संघर्ष और इच्छाशक्ति की ओर इशारा करती है. इस तरह मेघना गुलजार ने पूरी कहानी को कहीं भी उपदेशात्मक नहीं होने दिया है. यही बात 'छपाक' की खासियत भी बनकर उभरती है.

'छपाक (Chhapaak)' की ताकत जहां दिल छू लेने वाली इसकी कहानी है तो इसी इमोशनल कहानी को पॉवरफुल अंदाज में पेश करने वाली दीपिका पादुकोण की एक्टिंग इसकी जान है. दीपिका पादुकोण ने बहुत ही मजबूती के साथ मालती के कैरेक्टर को परदे पर जिया है, और मालती की जिंदगी की हर बारीकी को पकड़ने की कोशिश की है. फिर वह चाहे मालती का दर्द हो, खुशी हो या कोर्ट कचहरी या जिंदगी की जंग हो, हर मोर्चे पर दीपिका पादुकोण ने दिल जीता है. विक्रांत मैसी ने भी सधी हुई एक्टिंग के जरिये दीपिका पादुकोण का अच्छा साथ दिया है. 

'छपाक (Chhapaak)' के दो डायलॉग हैं जिन्हें सुनकर शरीर में सिरहन दौड़ जाती है, 'नाक नहीं है, कान नहीं है, झूमके कहां लटकाऊंगी' और 'कितना अच्छा होता...अगर एसिड बिकता ही नहीं....मिलती ही नहीं...तो फिकता भी नहीं'. इस तरह मेघना गुलजार ने बहुत ही सिंपल अदाज में कहानी को कहा है लेकिन उसके असर को कहीं भी कम नहीं होने दिया है. इस तरह 'छपाक' महिलाओं के खिलाफ होने वाले अमानवीय अपराध के ऊपर बुनी गई पॉवरफुल फिल्म है, जिसमें जिंदगी की हकीकत, एक लड़की का संघर्ष, जिंदगी जीने की जिजीविषा और किसी भी हालात के बावजूद अपने दम पर खड़े होने की कहानी है, जिसे देखना जरूर बनता है.

रेटिंगः 4/5 स्टार
डायरेक्टरः मेघना गुलजार
कलाकारः दीपिका पादुकोण, विक्रांत मैसे और मधुरजीत सर्गी

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