वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्यूलर के बीच विलय सौदा अगले साल मार्च में पूरा होने की उम्मीद है. इसके साथ देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आएगी, जिसका मूल्य 23 अरब डॉलर से अधिक तथा बाजार हिस्सेदारी 35 प्रतिशत होगी. उस समय तक दोनों कंपनियों को सभी नियामकीय मंजूरी मिल जाने की संभावना है. मामले से जुड़े एक सूत्र ने यह जानकारी दी. सूत्र ने बताया, 'आइडिया और वोडाफोन के विलय को लेकर केवल दो मंजूरी बची है.इसे चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरा होना चाहिए.' इस बारे में वोडाफोन और आइडिया को ई-मेल भेजे गये, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिए.
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दोनों कंपनियां मंजूरी को लेकर फिलहाल राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष हैं. उसके बाद उन्हें दूरसंचार विभाग से अंतिम मंजूरी लेनी है. आइडिया सेल्यूलर शेयरधारकों और ऋणदाताओं के साथ 12 अक्टूबर को बैठक करेगी और वोडाफोन इंडिया के कारोबार में विलय को लेकर मंजूरी लेगी.
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गांधीनगर में होने वाली यह बैठक एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ के निर्देश पर बुलाई गई है. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की शुरुआत में वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्यूलर ने अपने कारोबार के विलय पर सहमति जताई थी.
(इनपुट भाषा से)