कई बार आप देखते हैं कि आपके करीबी सहयोगी, जो आपके जितनी ही तनख्वाह पाते हैं, लेकिन जिंदगी आपसे बेहतर तरीके से जीते नज़र आते हैं. वे अपनी हर जरूरत समय पर पूरी कर लेते हैं और परिवार के साथ खुशी से रहते हैं. आप सोचते रहते हैं कि आखिर वे ऐसा कैसे कर लेते हैं, क्योंकि उनकी सैलरी भी उतनी ही है. कई बार आप सोच लेते है कि उसका कोई और जुगाड़ होगा. लेकिन अमूमन देखा गया है कि कम ही आदमी होते हैं जिनका कोई जुगाड़ होता है. सबसे बड़ी बात यह है कि वह अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बेहतर तरीके से करता है. वह अपना कुछ समय इसके लिए निकालता है और अपने पैसे का बेहतर इस्तेमाल कर अपने भविष्य को सुरक्षित करता है.
कहा जाता है कि कोई भी प्लानिंग बिना जीवन बीमा के पूरी नहीं होती. कई लोग सोचते हैं कि इसकी कोई जरूरत नहीं होती. या बहुत लोग सोचते हैं कि इसमें निवेश बेकार है. कुछ तो यह भी मानते हैं कि जीवन बीमा टैक्स बचाने के लिए किया जाता है. लेकिन ऐसा नहीं है.
आज बाज़ार में कई बीमा कंपनियां अपनी पॉलिसी लेकर मौजूद हैं. इनकी संख्या 15-20 के बीच होगी. यानी एक आम आदमी के पास जीवन बीमा लेने के लिए इतने विकल्प हैं कि वह सभी से एक्जीक्युटिव से बात कर ले तो एक किताब लिख सकता है.
बीमा पॉलिसी से जुड़ी 15 खास बातें -