भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति रखने के बावजूद बाजार में सकारात्मक रुख दिखा और सूचकांकों में तेजी कायम रही. घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली के बीच बैंकिंग, रीयल्टी और वाहन कंपनियों के शेयर लाभ में रहे. इसके अलावा रुपये की मजबूती से भी बाजार को समर्थन मिला. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 174.33 अंक या 0.55 प्रतिशत मजबूत होकर 31,671.71 अंक पर पहुंच गया. इससे पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स 337.57 अंक चढ़ा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 9,900 अंक के स्तर को पाने के बाद 9,938.30 अंक तक गया. आखिर में यह 55.40 अंक या 0.56 प्रतिशत के लाभ से 9,914.90 अंक पर बंद हुआ.
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रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर को 6 प्रतिशत पर कायम रखा है. इस लिहाज से रिवर्स रेपो दर भी 5.75 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है. कारोबारियों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किए जाने को लेकर निवेशकों में काफी हद तक पूर्वानुमान बना हुआ था. विशेषज्ञों ने पहले ही यह अनुमान व्यक्त किया था कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कोई बदलाव नहीं करेगा.
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आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अगस्त में पांच महीने के उच्चस्तर 4.9 प्रतिशत पर पहुंच गई है. इससे भी निवेशकों की धारणा को बल मिला.