नए साल के पहले सप्ताह में शेयर बाजारों की दिशा वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा वाहन बिक्री के मासिक आंकड़ों से तय होगी. विशेषज्ञों ने यह राय जताई है. इसके अलावा निवेशकों की निगाह कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों पर भी रहेगी. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार की मजबूत बुनियाद से मूल्यांकन को समर्थन मिलता रहेगा, वहीं निवेशकों की निगाह तीसरी तिमाही के नतीजों पर भी रहेगी. इसके अलावा वैश्चिक मोर्चे पर निवेशकों की निगाह कच्चे तेल की कीमतों तथा फेडरल रिजर्व के 2018 में तीन अतिरिक्त दर वृद्धि के अनुमानों पर रहेगी.