खास बातें
- दिल्ली रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा
- बंगाल को पारी और 26 रन से हराया
- दस साल बाद टूर्नामेंट के फाइनल में बनाई जगह
नई दिल्ली: बंगाल के बल्लेबाज पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के शतक से भी प्रेरणा नहीं ले सके. पुणे में हुए रणजी ट्रॉफी पांच दिनी सेमीफाइनल के तीसरे दिन ही बंगाल की दूसरी पारी पंचर हो गई. और दिल्ली ने उसे पारी 26 रन से धोकर घरेलू क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइन में प्रवेश कर लिया. दिल्ली ने दस साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है. इससे पहले उसने साल 2007-08 में टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था.
इसके बाद खेल शुरू हुआ, तो मैदान पर जमा दर्शक उम्मीद कर रहे थे कि बंगाल के बल्लेबाज दूसरी पारी में और बड़ा स्कोर कर दिल्ली के सामने बड़ी चुनौती पेश करेंगे. लेकिन चुनौती तो दूर बंगाल के बल्लेबाजों की मानो हवा ही निकल गई. बंगाल की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 24.4 ओवरों में ही 86 रन पर ढेर हो गई. उसके लिए सबसे ज्यादा सुदीप चटर्जी ने 21 रन बनाए.
बंगाल के बल्लेबाजों पर कहर ढाया दिल्ली के दोनों तेज गेंदबाजों मैन ऑफ द मैच नवदीप सैनी और कुलवंत खेजरोलिया ने. इन दोनों ने चार-चार विकेट बांटे और दिल्ली को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा दिया.