एमएस धोनी इस समय झारखंड टीम के कप्तान हैं (फाइल फोटो)
खास बातें
- धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले कप्तानी छोड़ दी थी
- उन्होंने 199 वनडे में टीम इंडिया के लिए कप्तानी की, 110 जीते
- पिछले दिनों पुणे आईपीएल टीम ने धोनी को कप्तानी से हटा दिया था
नई दिल्ली: विराट कोहली की कप्तानी में सफलता के रथ पर सवार टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शनिवार को पुणे टेस्ट में बुरी तरह हराया और उसके अजेय रहने के रथ को रोक लिया. वास्तव में शनिवार का दिन विराट कोहली ही नहीं बल्कि टीम इंडिया के सफलतम कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी के लिए भी अच्छा नहीं रहा. जहां विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज का पहला मैच हारे, वहीं टीम इंडिया की वनडे और टी-20 की कप्तानी छोड़ने और आईपीएल की कप्तानी से हटाए जाने के बाद नई जिम्मेदारी संभाल रहे एमएस धोनी को भी तगड़ा झटका लगा, जब वह अपनी टीम झारखंड को कप्तान और खिलाड़ी के रूप में जीत नहीं दिला पाए. वह अच्छी पारी खेलने के बावजूद फिनिशर के रूप में एक बार फिर फेल रहे और रोमांचक मुकाबले में हार गए...
जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज की धूम है, वहीं घरेलू क्रिकेट में विजय हजारे वनडे ट्रॉफी खेली जा रही है. धोनी के लिए यह टूर्नामेंट इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि जून में टीम इंडिया को चैंपियन्स ट्रॉफी खेलनी है और उससे पहले उनके लिए वनडे अभ्यास का यह सुनहरा मौका है. वह झारखंड टीम की लंबे समय बाद कप्तानी कर रहे हैं. शनिवार को उनकी टीम का पहला मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में कर्नाटक से हुआ, लेकिन झारखंड की टीम ने आईपीएल में अच्छी कीमत पाने वाले युवा कृष्णप्पा गौतम (4/58) की शानदार गेंदबाजी के आगे समर्पण कर दिया और 5 रन से मैच हार गई. खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 43 रन बनाए, लेकिन गेम फिनिश नहीं कर पाए.
ईडन गार्डन्स पर एमएस धोनी के कारण फैन्स का उत्साह चरम पर था और घरेलू मैच को देखते हुए काफी दर्शक पहुंचे. धोनी ने बल्लेबाजी में उनका मनोरंजन भी किया. मैच में पहले बैटिंग करते हुए कर्नाटक ने 49.4 ओवर में 266 रन बनाए थे. कर्नाटक के लिए मनीष पांडे ने 95 गेंदों में 77 रन (6 चौके, 2 छक्के) ठोके. लक्ष्य का पीछा करने उतरी धोनी की झारखंड टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और तीन रन पर ही दो विकेट गिर गए. इसके बाद दो युवा खिलाड़ियों ईशान किशन (36) और ईशान जग्गी ने (25) ने टीम को 61 के कुल स्कोर तक पहुंचाया, तभी जग्गी और 79 के स्कोर पर किशन आउट हो गए.
धोनी ने सौरभ तिवारी के साथ संभाली कमान
कप्तान एमएस धोनी ने सौरव तिवारी के साथ 81 रनों की साझेदारी करके टीम को जिताने की कोशिश की. उन्होंने 50 गेंदों का सामना किया और तीन चौके और दो छक्के लगाए, लेकिन 43 रन पर बोल्ड हो गए, सौरभ ने 68 रन बनाए. इन दोनों के जाने के बाद कोई और बल्लेबाज नहीं टिक पाया और धोनी की कप्तानी में झारखंड की टीम पहला ही मैच हार गई.
हरभजन सिंह छाए, पंजाब ने विदर्भ को हराया
जहां धोनी की टीम मैच हार गई, वहीं कप्तान हरभजन सिंह की उम्दा गेंदबाजी और मनदीप सिंह के नाबाद 86 रन की मदद से पंजाब ने एक अन्य मैच में विदर्भ को छह विकेट से हरा दिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए विदर्भ की टीम 49.3 ओवर में 218 रन पर आउट हो गई. अंबाती रायुडू ने 109 गेंद में 86 रन बनाये जिसमें छह चौके और तीन छक्के लगाए. हरभजन ने 10 ओवर में सिर्फ 29 रन दिये और एक विकेट लिया. जवाब में पंजाब ने 53 गेंद बाकी रहते जीत दर्ज कर ली. मनन वोहरा ने 50 रन बनाए, जबकि अंडर 19 टीम के कप्तान अभिषेक शर्मा ने 37 गेंद में 46 रन जोड़े .
दीपक हुड्डा और केदार जाधव भी चमके
एक अन्य मैच में बड़ौदा ने रेलवे को 30 रन से मात दी. बड़ौदा के लिये दीपक हुड्डा ने 119 और केदार जाधव ने 77 रन बनाए. जिसकी मदद से टीम ने नौ विकेट पर 259 रन का स्कोर खड़ा किया . जवाब में रेलवे की टीम 46 . 4 ओवर में 229 रन ही बना सकी . बड़ौदा के लिये कृणाल पांड्या ने तीन जबकि हार्दिक पांड्या और इरफान पठान ने दो दो विकेट झटके.