दिल्ली सरकार के पशुपालन मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में आज तक जानवरों के लिए कोई पालिसी नहीं बनी. कुत्तों और बंदरों को लेकर संघर्ष चलता है लेकिन कोई पालिसी नहीं बनी. अगर दिल्ली में कोई जानवर किसी तकलीफ में आये तो उसके लिए भी कोई पालिसी नहीं बनी. इसलिए आज हमने पशु स्वास्थ्य और कल्याण पालिसी का ड्राफ्ट तैयार किया है.
राय ने कहा कि पशुपालन विभाग का नाम अब पशु स्वास्थ्य और कल्याण विभाग रखने पर सरकार काम करेगी. दिल्ली में पशुओं के लिए अस्पताल नहीं है, लेकिन अब 24 ×7 अस्पताल जानवर/पशु पक्षी के लिए बनाया जाएगा. 16 जनवरी को पायलट बेसिस पर एक अस्पताल शुरू करेंगे.
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उन्होंने बताया कि हमारे पास पांच गौशालाएं हैं. घुम्मनहेड़ा की गौशाला की शिकायत आई तो उसको रद्द किया था. लेकिन अब सरकार देश की सबसे आधुनिक गौशाला बनाएगी. यह वृद्धावस्था और गौशाला का मिक्सचर होगा. यानी बूढ़े लोग और बूढ़ी गाय साथ रहेंगे.
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दिल्ली में सभी 272 वार्डों में पशुओं के अस्पताल बनाए जाएंगे. दिल्ली को रेबीज मुक्त बनाने के लिए काम करेंगे. गाय में चिप लगाई जाएगी जिससे अगर कोई सड़कों/गलियों में छोड़े तो पता चले किसने छोड़ी.
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