बुद्ध पूर्णिमा: पीएम मोदी का कहना है कि बुद्ध की शिक्षा आज भी प्रासंगिक हैं
खास बातें
- राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी है
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पर्व की बधाई दी
- सभी ने महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर चलने के लिए कहा
नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) की बधाई दी. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सभी को इस पर्व की बधाई दी.
जानिए बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा, 'बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर देश के नागरिकों और वैश्विक बौद्ध समुदाय को बधाई देता हूं. भगवान बुद्ध का अहिंसा, प्यार और करुणा का संदेश हमें दूसरों के कल्याण के लिए काम करने की शक्ति देता है. कामना है कि उनकी शिक्षाएं हमें सार्वभौमिक बंधुता की ओर ले जाएं.'
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प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'भगवान बुद्ध की शिक्षा 21वीं सदी में भी अत्यंत प्रासंगिक है. उनका जीवन समाज से पीड़ा और अन्याय दूर करने के लिए समर्पित रहा. उनके करुणा के भाव ने उन्हें लाखों लोगों का प्रिय बना दिया. सभी को बुद्ध पूर्णिर्मा की बधाई.'
बुद्ध पूर्णिमा के दिन नहीं करने चाहिए ये चार काम वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी और कहा कि भगवान बुद्ध का संदेश सभी को शांति, बंधुत्व और करुणा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है.
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राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'आप सभी को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं. भगवान बुद्ध की शिक्षा और संदेश भारत और पूरी दुनिया को शांति, बंधुत्व और करुणा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करें.'
गौरतलब है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था. यही वजह है कि इस पर्व को बड़े पैमाने पर पूर्व एशियाई देशों में पारंपरिक तौर पर मनाया जाता है. बुद्ध ने ही आगे चलकर बौद्ध धर्म की स्थापना की थी.