किसकी होगी गोवा में सरकार? सहयोगियों को मनाने में जुटी BJP, कांग्रेस MLAs ने की राज्यपाल से मुलाकात, 10 बड़ी बातें

गोवा भाजपा के अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने कहा कि सोमवार दोपहर अपराह्न दो बजे तक स्पष्ट हो जाएगा कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा. तेंदुलकर ने पणजी के पास एक होटल में केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद यह बात कही.

पणजी: गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के निधन के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकार बनाने में लगी हैं. भाजपा (BJP) जहां अपने सहयोगियों को मनाने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर सबसे ज्यादा विधायकों वाली कांग्रेस (Congress) पार्टी के विधायकों ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश किया है. कांग्रेस ने सरकार बनाने के 48 घंटे में दो बार राज्यपाल के सामने दावा पेश किया. मनोहर पर्रिकर की तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद शनिवार को कांग्रेस ने पहली बार सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसके बाद पर्रिकर के निधन के बाद सोमवार को दावा पेश किया गया. सोमवार दोपहर कांग्रेस के 14 विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इस के बाद गोवा के भाजपा प्रमुख विनय तेंदुलकर का बयान आया कि दोपहर दो बजे तक सीएम के नाम का फैसला हो जाएगा और चार बजे तक मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण समारोह हो जाएगा.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. गोवा भाजपा के अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने कहा कि सोमवार दोपहर अपराह्न दो बजे तक स्पष्ट हो जाएगा कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? तेंदुलकर ने पणजी के पास एक होटल में केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद यह बात कही. तेंदुलकर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में अभी निर्णय लिया जाना है. लेकिन दोपहर दो बजे तक तस्वीर साफ हो जाएगी.' उन्होंने कहा कि नए मुख्यमंत्री का शपथग्रहण आज दोपहर तीन बजे होगा.

  2. भाजपा सूत्रों के मुताबिक गोवा के मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमोद सावंत, विश्वजीत राणे का नाम सबसे आगे है. तेंदुलकर ने मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत के साथ गडकरी से मुलाकात की. इससे पहले गडकरी ने सुदीन धवलीकर के नेतृत्व में आए महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के विधायकों तथा भाजपा विधायक विश्वजीत राणे से मुलाकात की. धवलीकर और राणे भी मुख्यमंत्री बनने के आकांक्षी हैं.

  3. रविवार की रात हुई भाजपा, इसके गठबंधन सहयोगियों- गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीय विधायकों की बैठक बेनतीजा रही. गडकरी ने पर्रिकर का उत्तराधिकारी चुनने के लिए आज सुबह फिर से भाजपा और एमजीपी के साथ बैठक की.

  4. गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी दल महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) ने कहा कि उसकी कार्यकारी समिति इस पर फैसला लेगी कि राज्य सरकार को समर्थन जारी रखा जाए या नहीं. एमजीपी नेता सुदीन धवलीकर ने कहा, ‘एमजीपी यह फैसला लेने के लिए दिन में अपनी कार्यकारी समिति की बैठक करेगी कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन जारी रखा जाए या नहीं.'

  5. एक सवाल के जवाब में धवलीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर गडकरी से कोई बातचीत नहीं हुई. एमजीपी नेता ने यह भी कहा कि वह इस पद की दौड़ में नहीं हैं.

  6. कांग्रेस के सभी 14 विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से राज भवन में मुलाकात की. पणजी में सोमवार को सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि राज्यपाल ने पार्टी के विधायकों को मिलने का समय देने से इनकार कर दिया जिसके बाद विधायकों ने बिना बुलाए ही राज भवन जाने का फैसला किया है.

  7. कांग्रेस ने विपक्षी दल ने पहले को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा था और रविवार को फिर से पत्र लिखा था. कावलेकर ने कहा, ‘हम सदन में बहुमत वाली पार्टी हैं और फिर भी मुलाकात का समय लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा. हम मांग करते हैं कि हमें पर्रिकर के निधन के बाद भाजपा सरकार के ना रहने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए.''

  8. 40 विधानसभा सीटों वाले राज्य में भाजपा (BJP) के पास 12 विधायक हैं. वहीं भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी के तीन-तीन और एक एनसीपी विधायक का समर्थन हासिल है. इसके अलावा एक निर्दलीय उम्मीदवार भी भाजपा के समर्थन में है. इस हिसाब से भाजपा के साथ 21 विधायक हैं. वहीं कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं.

  9. इस साल के शुरु में भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा और रविवार को पर्रिकर के निधन तथा पिछले साल कांग्रेस (Congress) के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के इस्तीफे के कारण सदन में विधायकों की संख्या 36 रह गयी है.

  10. साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में गोवा में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं. लेकिन भाजपा ने अन्य दलों को अपने पाले में लाकर सरकार बनाने में बाजी मार ली.