कर्नाटक चुनाव : पीएम मोदी के सामने इस बार कोई नेता नहीं, एक वजह बन सकती है सबसे बड़ी चुनौती, 10 बड़ी बातें

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे दक्षिण के राज्यों में भी असर डालेंगे. कर्नाटक में पीएम मोदी 15 रैलियां करने जा रहे हैं. जिनसे बीजेपी को बहुत उम्मीदें हैं. 

कर्नाटक चुनाव : पीएम मोदी के सामने इस बार कोई नेता नहीं, एक वजह बन सकती है सबसे बड़ी चुनौती, 10 बड़ी बातें

पीएम मोदी आज कर्नाटक में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे

बंगलोर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार में आज पीएम नरेंद्र मोदी पहली बार मैदान में होंगे. पीएम मोदी आज चामराजनगर जिले के सानतेमराहाली और बेलगावी के उडुपी तथा चिक्कोडी में रैलियों को संबोधित करेंगे. इससे पहले वह फरवरी में कर्नाटक आये थे. उडुपी रैली से पहले मोदी कृष्ठा मठ जा सकते हैं और वहां के मठाचार्य से मिल सकते हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए काफी अहम है क्योंकि इसके नतीजे इसी साल होने वाले कई राज्यों के चुनाव जैसे राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में असर डाल सकते हैं क्योंकि पिछले कुछ उपचुनावों में बीजेपी के पक्ष में नतीजे नहीं आये हैं जो लोकसभा चुनाव को लेकर अच्छे संकेत नही हैं. दूसरी ओर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे दक्षिण के राज्यों में भी असर डालेंगे.

10 बड़ी बातें

  1. आजपीएम मोदी  की पहली रैली कर्नाटक के सानतेमराहाली में होगी. यह जगह देश के सबसे पिछड़े इलाकों में आता है. यहां विधानसभा और संसदीय क्षेत्र आरक्षित है. इसी इलाके में वरुणा सीट भी आती है जहां से सीएम सिद्धारमैया  चुनावी मैदान में हैं. 

  2. पीएम मोदी और अमित शाह के लिए लिए कर्नाटक के ग्रामीण इलाके में भाषा एक बड़ी चुनौती है जहां हिंदी लोगों को समझ में नहीं आती और अनुवाद की कोशिश में कई बार गलत अर्थ के चक्कर में फजीहत होने का डर है. 

  3. गुजरात चुनाव की तरह कर्नाटक में भी विकास के मुद्दे से हटकर चुनाव अब जाति और संप्रदाय में केंद्रित हो चुका है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी अपनी पहली रैली में लिंगायतों और अनुसूचित जाति वर्ग को लुभाने की कोशिश करेंगे.

  4. अभी तक के सर्वे के मुताबिक सत्तारूढ़ कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देते दिखाई दे रही है. बीजेपी अब अपने स्टार प्रचारक मोदी पर ही पूरी तरह से निर्भर हो चुकी है.

  5. सीएम सिद्धारमैया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही बीजेपी ने फैसला किया है कि आज होने वाली रैली को छोड़कर मुख्यमंत्री पद के दावेदार बीएस येदियुरप्पा किसी भी रैली में पीएम मोदी के साथ नहीं दिखेंगे. 

  6. कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने लिंगायतों को अलग धर्म का दर्जा देकर बड़ा दांव खेला है. लिंगायत अभी तक बीजेपी को ही वोट करते हैं और येदियुरप्पा भी लिंगायत समुदाय से आते हैं. 

  7. वरुणा सीट पर बीजेपी ने येदियुरप्पा के बेटे को टिकट नहीं दिया है. इसके बाद से राज्य में चर्चा है कि चुनाव के बाद बीजेपी हो सकता है येदियुरप्पा से भी किनारा कर ले.   

  8. अगर लिंगायत थोड़ा भी बीजेपी से छिटकते हैं तो इसका फायदा कांग्रेस को होना तय है. वहीं अनुसूचित जाति में भी बीजेपी के खिलाफ गुस्सा है. 

  9. आपको बता दें कि  224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में अनुसूचित जाति की संख्या 26 प्रतिशत और लिंगायत लगभग 18 प्रतिशत हैं.

  10. कर्नाटक में पीएम मोदी 15 रैलियां करने जा रहे हैं. जिनसे बीजेपी को बहुत उम्मीदें हैं.