जम्मू:  रोपवे केबल कार परियोजना के शुरू होने से पहले बड़ा हादसा, दो की मौत, चार घायल 

मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना रविवार शाम महामाया मंदिर के निकट कुछ तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटना हुई.

जम्मू:  रोपवे केबल कार परियोजना के शुरू होने से पहले बड़ा हादसा, दो की मौत, चार घायल 

प्रतीकात्मक चित्र

नई दिल्ली:

जम्मू में निर्माणाधीन केबल रोपवे परियोजना के शुरू होने से पहले ही एक बड़ा हादसा सामने आया है. रविवार को एक केबल कार के बचाव अभ्यास के दौरान हुए हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने फिलहाल सभी शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. जबकि घायलों को पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी इस परियोजना का कुछ दिन बाद ही उद्घाटन करने वाले थे. मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना रविवार शाम महामाया मंदिर के निकट कुछ तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटना हुई. परियोजना का कार्यान्वयन करने वाली एक एजेंसी एक बचाव अभ्यास कर रही थी और असंतुलन के कारण छह कामगारों को लेकर जा रहा एक ट्रॉली नीचे गिर गयी.

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बिहार निवासी 45 वर्षीय राकेश कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अन्य  पांच लोगों में से पश्चिम बंगाल के हरि किशन (45), मंजीत सिंह (32) और लवली एवं उत्तर प्रदेश के रविंदर (30) व जम्मू के इंजीनियर बालकीरत सिंह (32) को सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां बाद में किशन की मौत हो गई. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है और मारे गये लोगों के निकट परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की.एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने संभागीय प्रशासन को घायलों को निशुल्क चिकित्सा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया.

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गौरतलब है कि इससे पहले गुलमर्ग में भी ऐसा ही मामला सामने आया था.  इस हादसे को लेकर गुलमर्ग में गंडोला केबल कार सेवा का संचालन करने वाली कंपनी के प्रबंधन ने 'ईश्वरीय कोप' को जिम्मेदार ठहराया था. इस हादसे में दिल्ली के एक परिवार के चार सदस्यों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. परियोजना के महाप्रबंधक रियाज अहमद ने कहा था कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का कोई उल्लंघन नहीं किया गया था, जैसा कुछ लोगों ने आरोप लगाया है. दुर्घटना में एक व्यक्ति, उनकी पत्नी तथा उसके दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीन स्थानीय लोगों की भी मौत हो गई. हालांकि अन्य केबल कारों में बैठे 150 लोगों की जान बच गई थी.

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अहमद ने कहा था जब हवा तेज चल रही हो, तो हम गंडोला का संचालन नहीं करते हैं और प्रणाली सुरक्षा इंतजाम से युक्त है, जो तेज हवा चलने पर संचालन स्वत: रोक देती है. उन्होंने कहा था कि जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह ईश्वरीय कोप का परिणाम है." अहमद ने कहा कि जिस वक्त केबल कारों का संचालन हो रहा था, उस वक्त चमचमाती धूप थी. उन्होंने कहा था कि लेकिन अचानक हवा का एक तेज झोंका आया, जिसने देवदार के एक वृक्ष को जड़ से उखाड़ दिया और वह देवदार के एक अन्य वृक्ष से जा टकराया, जिसकी डाल केबल पर गिरी, उसकी वजह से वह पुल्ली पर से उतर गई.

VIDEO: गुलमर्ग में रोपवे हादसा.

 

 

 

 

 

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