एयरफोर्स का अंबाला एयरबेस बनेगा अत्याधुनिक राफेल विमान का ठिकाना

राफेल की पहली स्क्वाड्रन की तैनाती अंबाला में की जाएगी, आठ अक्टूबर को भारतीय वायुसेना फ्रांस से राफेल लेगी

एयरफोर्स का अंबाला एयरबेस बनेगा अत्याधुनिक राफेल विमान का ठिकाना

एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और भारतीय वायुसेना के अन्य अधिकारी.

खास बातें

  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहला राफेल विमान लेने के लिए फ्रांस जाएंगे
  • गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन को राफेल के जरिए फिर से बहाल किया जाएगा
  • आठ अक्टूबर को वायुसेना दिवस है और दशहरा भी
नई दिल्ली:

भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से 220 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इंडियन एयर फोर्स का अंबाला एयरबेस अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल का ठिकाना होने जा रहा है. राफेल की पहली स्क्वाड्रन की तैनाती अंबाला में की जाएगी. इस बात के आसार हैं कि पहला राफेल विमान आठ अक्टूबर की इंडियन एयर फोर्स को फ्रांस की कंपनी दासो सौंप देगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहला राफेल विमान लेने के लिए फ्रांस जाएंगे.

आठ अक्टूबर वायुसेना के लिए खास दिन है. इस दिन वायुसेना दिवस है और दशहरा भी है और इसी दिन भारत अपना सबसे घातक हथियार लेगा. अंबाला एयरबेस पर पहले से जगुआर और मिग 21 बाइसन तैनात हैं. जगुआर अंदर तक घुसकर मार करने वाला फाइटर विमान है. करगिल जंग के दौरान पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार भगाने वाले मिग 21 का स्क्वाड्रन गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन में राफेल को शामिल किया जाएगा.

वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा राफेल का बनने जा रहा 17 स्क्वाड्रन अपनी पुरानी गौरवशाली पंरपरा को कायम रखेगा . 2011 में  गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन को खत्म कर दिया गया था क्योंकि मिग 21 फाइटर विमान रिटायर हो गए थे. अब गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन को राफेल के जरिए फिर से बहाल करने का फैसला लिया गया. अंबाला से राफेल के जरिए पाकिस्तान पर नजर रखी जाएगी तो बंगाल के हाशिमारा बेस से चीन की हरकतों पर राफेल नजर रखेगा.

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मल्टी रोल लड़ाकू विमान राफेल आसमान में मुकाबला करने के साथ दुश्मन के घर में घुसकर वार करने का माद्दा रखता है. भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 राफेल विमान करीब 58000 करोड़ में खरीदने का फैसला किया था. राफेल की कीमत को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. मामला सुप्रीम कोर्ट की चौखट तक गया लेकिन सरकार को क्लीन चिट मिल गई. चरणों मे 2022 तक फ्रांस 36 राफेल विमान भारत को सौंप देगा.

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राफेल के अंबाला और हाशिमारा एयरबेस पर तैनाती से साफ है भारत दो मोर्चों पर दुश्मन की किसी भी हिमाकत का जवाब देने की तैयारी में जुटा है ताकि जब ऐसा समय आए तो दुश्मन को करारा जवाब दिया जा सके.

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