27 सितंबर को इस इंजन ने हथिनी और उसके बच्चे को कुचल दिया था.
खास बातें
- असम वन विभाग ने जब्त किया इंजन
- 27 सितंबर को हुई थी घटना
- रेलवे ने बताया 'प्रकिया के तहत कार्रवाई'
गुवाहाटी: असम वन विभाग (Assam Forest Department) ने मंगलवार को एक मालगाड़ी ट्रेन का इंजन 'जब्त' किया है. कुछ हफ्तों पहले इस ट्रेन ने लुमडिंग रिजर्व फॉरेस्ट से गुजरते हुए 35 साल की एक हथिनी और उसके एक साल के बच्चे को कुचल दिया था. स्थानीय अथॉरिटी ने बताया कि हाथी के बच्चे का शव उसकी मां के शव से एक किलोमीटर दूर मिला था, जिससे पता चलता है कि ट्रेन रिज़र्व फॉरेस्ट की तरफ तेज गति से बढ़ रही थी, जो नियमों के खिलाफ है. पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे ने कहा कि यह बस 'प्रक्रियात्मक आवश्यकता' थी. रेलवे ने एक बयान में कहा कि 'यह ऐसी पहली घटना नहीं है और यह जांच के लिए जरूरी कार्रवाई के तहत किया गया है. इंजन के ऑपेरशन में कोई बाधा नहीं आई है और लोकोमोटिव को फिलहाल रेलवे इस्तेमाल कर रहा है.'
बता दें कि यह घटना 27 सितंबर को हुई थी और असम अथॉरिटी ने इस इंजन को मंगलवार को जब्त किया है. असम वन मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने बताया कि 'यह ट्रेन रेलवे के द्वारा अपने प्रोजेक्ट साइट पर सामान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की जा रही थी. इसकी स्पीड इतनी तेज थी कि यह रुक नहीं पाई.'
असम वन विभाग ने कहा कि 'जब फॉरेस्ट स्टाफ लुमडिंग रेंज पहुंचा तो उन्हें हथिनी का और बच्चे का शव मिला. हाथी का बच्चा अपनी मां के शव के पास से एक किलमोीटर दूर तक घिसटता हुआ गया था.' असम वन विभाग ने इस मामले को वन संरक्षण कानून के तहत उठाया है और इसमें जांच शुरू की.
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अधिकारियों की एक टीम मंगलवार को बमुनिमैदान लोकोमोटिव शेड पहुंची और इंजन को जब्त कर लिया था. रेलवे ने बताया कि इंजन के एक पायलट और उसके सहायक को निलंबित कर दिया गया है.
रेलवे ने बताया कि उसने भी अपनी जांच की और उसे पता चला है कि ट्रेन बहुत ज्यादा गति से चल रही थी. फिलहाल इंजन को वापस रेलवे की कस्टडी में दे दिया गया और उसका ऑपरेशन चालू है.
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