खास बातें
- गुरमीत राम रहीम को सीबीआई की विशेष अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई
- कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलीलों को मानने से इनकार कर दिया
- सजा सुनाए जाने से पहले राम रहीम ने जज के आगे हाथ जोड़े
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सोमवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने रेप के दो मामलों में 10-10 साल की सजा सुनाई. कोर्ट ने बचाव पक्ष की दलीलों को मानने से इनकार कर दिया. सजा सुनाए जाने से पहले राम रहीम ने जज के आगे हाथ जोड़े और माफी की मांग की. अच्छे कामों का हवाला देकर नरमी की मांग भी की थी लेकिन कोर्ट उससे सहमत नहीं हुआ. सजा सुनाने के लिए रोहतक की जेल में बनी विशेष अदालत में जज जगदीप सिंह हेलीकॉप्टर के जरिये पहुंचे थे. डेरा प्रमुख रामरहीम की सजा पर योग गुरू बाबा रामदेव ने प्रतिक्रिया दी है. बाबा रामदेव ने कहा कि कोर्ट ने उदाहरण पेश कर दिया है कि कानून से कोई बच नहीं सकता.
इससे पहले 25 अगस्त को पंचकूला में कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद डेरा समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी. इसके चलते आज प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था. जेल के आसपास के इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए. अर्ध सैनिक बलों की कंपनियां तैनात हैं.
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रोहतक आने वाली सभी गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है. हर आने-जाने वाले से उसकी पहचान पूछी जा रही है. शहर के अदंर और बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. यहां धारा 144 लगी हुई है.