जीतन मांझी और उपेंद्र कुशवाहा हैं नीतीश कुमार से नाराज, जानें पूरा मामला

नई एनडीए सरकार में जगह न मिलने से हम के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा खफा हैं.

जीतन मांझी और उपेंद्र कुशवाहा हैं नीतीश कुमार से नाराज, जानें पूरा मामला

जीतन मांझी हैं नीतीश कुमार से नाराज

खास बातें

  • नेता को कैबिनेट में शामिल करने की सिफारिश की थी
  • जीतन मांझी और उपेंद्र कुशवाह हैं नाराज
  • शिकायत को दिल्ली लेकर पहुंचे मांझी
पटना:

जब दो पुराने दोस्त साथ आए तो मौजूदा दोस्त नाराज़ हो गए. कुछ ऐसा ही हुआ है बिहार में. जहां नई एनडीए सरकार में जगह न मिलने से हम के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा खफा हैं. अपनी शिकायत लेकर मांझी दिल्ली पहुंचे हैं. जहां वह बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं. दरअसल, मांझी ने खुद मंत्री बनने से इनकार कर दिया था, लेकिन अपने एक नेता को कैबिनेट में शामिल किए जाने की सिफ़ारिश की थी, जिसे नीतीश कुमार ने ये कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि ऐसे किसी सदस्य को कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाएगा जो सदन का हिस्सा न हो. उपेंद्र कुशवाहा के सुझाए नाम को भी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया, जबकि एलजेपी के पशुपति पारस को बिना किसी सदन का सदस्य होते हुए नीतीश कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, जिसके बाद दोनों सहयोगी नाराज़ हैं.

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गौरतलब है कि बिहार में छठी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले नीतीश कुमार ने शनिवार को मंत्रिमंडल विस्तार करते हुए विभागों का बंटवारा कर दिया. उपमुख्यमंत्री बने सुशील कुमार मोदी को वित्त, वाणिज्य कर और वन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि विजेंद्र प्रसाद यादव को एकबार फिर ऊर्जा विभाग का दायित्व सौंपा गया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व में विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार को कृषि विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

नीतीश मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से 11, जनता दल (यूनाइटेड) से 14 और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से एक विधायक और विधान पार्षद को जगह दी गई है. लोजपा कोटे से मंत्री बने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. 

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नीतीश के करीबी माने जाने वाले राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को एकबार फिर जल संसाधन, योजना विकास का दायित्व सौंपा गया है, जबकि भाजपा नेता नंद किशोर यादव को पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य विभाग, रामनारायण मंडल को राजस्व और भूमि सुधार, जय कुमार सिंह को उद्योग, विज्ञान प्रौद्यौगिकी तथा प्रमोद कुमार को पर्यटन विभाग का जिम्मा दिया गया है.

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शिक्षा विभाग कृष्णनंदन वर्मा को सौंपा गया, जबकि भवन निर्माण विभाग मंत्री महेश्वर हजारी को तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी विनोद नारायण झा को सौंपी गई है. इसके अलावा शैलेश कुमार को ग्रामीण कार्य विभाग, सुरेश शर्मा को नगर विकास एवं आवास, मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंजू वर्मा को समाज कल्याण विभाग, विजय सिन्हा को श्रम संसाधन विभाग, संतोष निराला को परिवहन विभाग तथा राणा रणधीर को सहकारिता जैसे अहम विभाग सौंपे गए हैं.
 


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