दीवाली पर सुप्रीम कोर्ट के बैन का असर नहीं दिखा, दिल्ली-NCR में जमकर हुई आतिशबाजी, धुएं में सिमटा शहर

दीवाली की रात के आंकड़ों पर नजर डालें तो कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य से 12 गुना तक ज्यादा हो चुका है.

दीवाली पर सुप्रीम कोर्ट के बैन का असर नहीं दिखा, दिल्ली-NCR में जमकर हुई आतिशबाजी, धुएं में सिमटा शहर

हवा में घुला जहर

खास बातें

  • सुप्रीम कोर्ट के फैसले का नहीं दिखा असर
  • दीवाली पर जमकर हुई आतिशबाजी
  • सुबह दिल्ली-एनसीआर में चारों तरफ धुआं नजर आया
नई दिल्ली:

देशभर में दीवाली धूमधाम से मनाई गई, लेकिन राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां पटाखे खूब फोड़े गए, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा रखी थी. दिल्ली में हुई आतिशबाज़ी के बाद आज सुबह दिल्ली धुंए और धुंध में सिमटी नज़र आई. यहां प्रदूषण के स्तर कम होता नहीं दिख रहा है. दिल्ली के रोधी रोड पर धुएं का गुबार दिख रहा है तो कनॉट प्लेस में चारों तरफ जले हुए पटाखे बिखरे पड़े हैं.

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दीवाली की रात के आंकड़ों पर नजर डालें तो कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य से 12 गुना तक ज्यादा हो चुका है. दक्षिणी दिल्ली के आरके पुरम जैसे पॉश इलाके में प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 में लगभग 12 गुना तक गिरावट दर्ज की गई है.

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आरके पुरम के अलावा आनंद विहार, शाहदरा, वजीरपुर, अशोक विहार और श्रीनिवासपुरी जैसे इलाकों में भी प्रदूषण का स्तर सामान्य से कई गुना ज्यादा पहुंच गया है. ये आंकड़े रात करीब 10:00 बजे तक के हैं. जानकारों की मानें तो यह आंकड़ा सुबह तक कहीं और ज्यादा खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है.

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  • पीएम 10 पॉल्यूशन लेवल (9:00 बजे) सामान्य सौ माइक्रोन
  • आनंद विहार 898 माइक्रोन (9 गुना)
  • शाहदरा 692 माइक्रोन (7 गुना)
  • पंजाबी बाग 648 माइक्रोन (6 गुना से ज्यादा)
  • आरकेपुरम 950 माइक्रोन (9 गुना से ज्यादा)
  • वजीरपुर 810 माइक्रोन (8 गुना से ज्यादा)
  • अशोक विहार 838 माइक्रोन (8 गुना से ज्यादा)
  • श्रीनिवासपुरी 486 माइक्रोन (5 गुना)
  • रोहिणी 697 माइक्रोन (7 गुना)
  • पीएम 2.5 पॉल्यूशन लेवल (9:00 बजे) (सामान्य 60 माइक्रोन)
  • आरके पुरम 707 माइक्रोन (लगभग 12 गुना)
  • शाहदरा 473 माइक्रोन (लगभग 8 गुना)
  • वजीरपुर 532 माइक्रोन (लगभग 9 गुना)
  • श्रीनिवासपुरी 349 माइक्रोन (लगभग 6 गुना)
  • आनंद विहार 394 माइक्रोन (6 गुना से ज्यादा)
  • अशोक विहार 514 माइक्रोन (8 गुना से ज्यादा)

गौरतलब है कि दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों के बेचने पर बैन लगाया. जिसके बाद दिल्ली के पटाखा व्यापारियों ने इस फैसले का कड़ा विरोध भी किया, लेकिन दीवाली के दौरान दिल्ली में जमकर आतिशबाजी हुई. दिल्ली में पूर्वी दिल्ली से लेकर दक्षिणी दिल्ली तक पटाखों की गूंज सुनाई दी. जब लोगों से दिल्ली में प्रदूषण के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि दीवाली के पहले ही दिल्ली में कितना प्रदूषण बढ़ गया है.दीवाली से पहले ही दिल्ली में सामान्य से 9 गुना ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया है. दिल्ली के श्रीनिवासपुरी, वजीरपुर, करणी सिंह स्टेडियम, ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, ITI जहांगीरपुरी, आनंद विहार बस अड्डा, मंदिर मार्ग, पंजाबी बाग और आरके पुरम में प्रदूषण चैक किया गया. जिसमें काफी चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए हैं.

दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार- वजीरपुर की हवा दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषित है. वहीं प्रदूषण के मामले में दूसरे नंबर पर आनंद विहार का बस अड्डा आता है. दिल्ली के पॉश इलाकों की हालत भी ठीक नहीं है. दिल्ली के पॉश इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर सामान्य से लगभग सात गुना तक ज्यादा है.

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