जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के दिल्ली और मुंबई स्थित ठिकानों पर ED ने की छापेमारी

Naresh Goyal Jet Airways: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी विनिमय कानून के कथित उल्लंघन को लेकर जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की है.

जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के दिल्ली और मुंबई स्थित ठिकानों पर ED ने की छापेमारी

Naresh Goyal: नरेश गोयल के ठिकानों पर छापेमारी

खास बातें

  • नरेश गोयल के दिल्ली और मुंबई के 12 ठिकानों पर ईडी के छापे
  • जेट एयरवेज पर बैंकों का है 11 हजार करोड़ का कर्ज है
  • 650 करोड़ के टैक्स चोरी और लॉयल्टी को लेकर हो रही हैं जांच
नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी विनिमय कानून के कथित उल्लंघन को लेकर जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल (Naresh Goyal) के ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली और मुंबई स्थित 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई है. उन्होंने कहा कि यह तलाशी विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत की गयी तथा इसका उद्देश्य अतिरिक्त सबूत जुटाना था. जेट एयरवेज नकदी संकट के बाद 17 अप्रैल से परिचालन से बाहर है. सूत्रों ने जुलाई में कहा था कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जांच में कंपनी के कोष को इधर-उधर करने समेत व्यापक स्तर पर अनियमितता का पता चला था.  

VIDEO: जीप को धक्का मारकर ले जा रहे थे पुलिसकर्मी, तेजस्वी यादव ने वीडियो शेयर कर नीतीश पर यूं किया हमला

हाल ही में नरेश गोयल और उनकी पत्नी को लंदन जाने से रोका गया था. जेट एयरवेज पर बैंकों का 11 हजार करोड़ का कर्ज है. 650 करोड़ के टैक्स चोरी और लॉयल्टी को लेकर जांच चल रही है. नरेश गोयल पर FIPB और फेमा के नियमों के उल्लंघन करने का आरोप है. नरेश गोयल (Naresh Goyal) ने मार्च में कंपनी के चेयरमैन का पद छोड़ दिया था. कंपनी फिलहाल दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता की प्रक्रिया से गुजर रही है.

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा- कंपनियों को 'पापा बचाओ' की मानसिकता बदलने की जरूरत, सरकार के सामने ना रोएं रोना

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने गुरुवार को भी जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल (Naresh Goyal) से पूछताछ की थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोयल से यह पूछताछ जेट एयरवेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर की गई थी. कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने जुलाई में जेट एयरवेज के मामले की एसएफआईओ जांच का निर्देश दिया था. बड़े पैमाने पर अनियमितता तथा कोष को इधर उधर करने का मामला सामने आने के बाद यह निर्देश दिया गया था.