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नई दिल्ली: फेसबुक पर भारत में 'भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के हेट स्पीच को नज़रअंदाज करने' के आरोपों वाले लेख को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) की ओर से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन (Breach Of Privilege) का नोटिस देने के बाद अब बीजेपी सांसद दुबे ने भी शशि थरूर के खिलाफ विशेषाधिकार को नोटिस दिया है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शशि थरूर और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देते हुए कहा कि थरूर ने संसदीय प्रक्रिया की मर्यादा, नौतिकता और बुनियादी सिद्धांतों की सभी सीमाएं पार कर दी हैं" जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी "फेक न्यूज और नफरत फैलाने में लगे हैं."
दरअसल, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस मामले में आईटी मामलों की संसदीय स्थायी समिति के सामने सवाल-जवाब के लिए फेसबुक को समन भेजने की बात कही थी. थरूर इस समिति के अध्यक्ष हैं. उनके इस बयान पर जहां तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने उनका समर्थन किया, वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट कर कहा कि थरूर के पास अनुमति के बिना ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है.
निशिकांत दुबे और शशि थरूर के बीच जुबानी जंग अमेरिकी अखबार में छपे एक लेख के सामने आने के बाद शुरू हुई. 14 अगस्त को अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' में छपे एक लेख में कहा गया था कि फेसबुक ने भारत में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से किए गए हेट स्पीच के पोस्ट को जानबूझकर नज़रअंदाज़ किया. लेख में फेसबुक के एक अधिकारी के हवाले से यह भी कहा गया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को दंडित करने से 'भारत में कंपनी के कारोबार पर असर पड़ेगा.'
वीडियो: शशि थरूर के बयान पर सदस्य़ों ने जताया ऐतराज