जम्मू-कश्मीर में दोनों ही नेता इस समय नजरबंद हैं
खास बातें
- महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नोटिस
- बंगला खाली करने का नोटिस
- कई पूर्व विधायकों को भी नोटिस
नई दिल्ली: 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में दो केंद्रित शासित प्रदेशों में बंट जाएगा. इसमें एक हिस्सा लद्दाख का अलग होगा. इसके साथ ही यहां पर कई चीजें बदल जाएंगी. माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री रहे महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी आजाद और फारुक अबदुल्ला को अपने-अपने सरकारी बंगले खाली करने पड़ेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को 1 नवंबर तक बंगाल खाली करने का नोटिस दे दिया गया है. दोनों ही इस समय 5 अगस्त से हिरासत में हैं. अभी तक सुरक्षा वजहों से इन सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों (महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती) को सुरक्षा का हवाला देकर श्रीनगर के अति सुरक्षा वाली जगह गुपकर रोड में आवंटित किया गया था. ये सभी बंगले इन नेताओं को आजीवन आवंटित थे. फिलहाल इन सभी को विकल्प के तौर पर यह भी कहा गया है कि जिन लोगों के पास जम्मू और श्रीनगर दोनों जगहों पर सरकारी बंगले हैं वह दोनों में से किसी एक जगह सरकारी बंगला ले सकते हैं.