हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से वार्ता के बाद जाट समुदाय का दिल्ली में आंदोलन रद्द

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से वार्ता के बाद जाट समुदाय का दिल्ली में आंदोलन रद्द

पिछले साल भी जाट समुदाय ने आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था (फाइल फोटो)

खास बातें

  • जाट आंदोलन 15 दिन के लिए टाल दिया गया है
  • जाट नेताओं ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की
  • इस आंदोलन को लेकर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी
चंडीगढ़:

जाटों ने समुदाय के नेताओं और हरियाणा सरकार के बीच रविवार को हुई एक बैठक के बाद सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रस्तावित अपने आरक्षण आंदोलन को वापस ले लिया. जाट नेताओं ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्र सरकार के दो जाट मंत्रियों बीरेंद्र सिंह तथा पी पी चौधरी के साथ चार घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद दिल्ली में अपने आंदोलन को रद्द कर दिया. खट्टर ने अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) के अध्यक्ष यशपाल मलिक के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘केंद्र और राज्य दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर अमल करते हुए जल्द आरक्षण देने की प्रक्रिया शुरू करेंगे.’ उन्होंने राज्य की जनता से भी शांति और भाईचारा बनाये रखने में सहयोग करने की अपील की. मलिक ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘अब जाट दिल्ली ना आ रहे.’ उन्होंने कहा, ‘हमने दिल्ली कूच के अपने कार्यक्रम और आंदोलन को रद्द कर दिया है. राज्य सरकार ने हमारी मांगें मान ली हैं.’ उन्होंने कहा कि जाट समुदाय राज्य में अधिकतर स्थानों से अपना धरना वापस लेगा और केवल कुछ स्थानों पर सांकेतिक रूप से यह प्रदर्शन जारी रहेगा.

बताते चलें कि सोमवार को जाट आंदोलन शुरू होने वाला था जिसके मद्देनज़र जाटों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में निषेधाज्ञा लागू की गयी थी और शांति बनाए रखने के लिए करीब 24,700 अर्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया गया था. दिल्ली में मेट्रो और सड़क परिवहन के कुछ हिस्से भी इससे प्रभावित होने वाले थे और और कई स्कूलों के बंद होने की भी खबर आई थी. हालांकि जाट आंदोलन आगे बढ़ जाने के बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से यह खबर लिखने तक परिवहन और स्कूल-कॉलेज से जुड़ी कोई नई सूचना नहीं दी गई है.

मेट्रो सेवा रहेगी सामान्य लेकिन चार स्टेशनों पर निकास होगा बंद
जाट आंदोलन के मद्देनजर सोमवार को प्रस्तावित दिल्ली कूच स्थगित होने के बाद मेट्रो रेल सेवा भी यथावत बहाल रहेगी. रविवार को जाट आरक्षण संघर्ष समिति के इस फैसले के बाद मेट्रो प्रशासन ने मध्य दिल्ली के 12 स्टेशन बंद करने और दिल्ली से इतर एनसीआर के अन्य शहरों में मेट्रो परिचालन बंद करने के फैसले को वापस ले लिया. हालांकि सोमवार को एहतियातन चार स्टेशनों केन्द्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, पटेल चौक और लोक कल्याण मार्ग पर निकास सुविधा बंद रहेगी. इन स्टेशनों पर प्रवेश सुविधा मिलेगी. मेट्रो प्रशासन की ओर से जारी बयान के मुताबिक रविवार और इसके बाद भी मेट्रो सेवा यथावत बहाल रहेगी. दिल्ली पुलिस के परामर्श पर मेट्रो प्रशासन ने रविवार रात साढ़े ग्यारह बजे से एनसीआर के शहर गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुड़गांव से मेट्रो परिचालन बंद करने और रात आठ बजे से मध्य दिल्ली के 12 स्टेशन अग्रिम आदेश तक बंद करने का ऐलान किया था. इस बीच रविवार को आंदोलनकारियों ने केन्द्र और राज्य सरकार के साथ बातचीत के बाद दिल्ली कूच स्थगित करने का फैसला किया. इसके बाद दिल्ली पुलिस के परामर्श पर मेट्रो ने अपना फैसला वापस ले लिया.

गौरतलब है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के अन्तर्गत शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग के अलावा जाट पिछले साल के आंदोलन के दौरान जेल में बंद लोगों को रिहा करने, प्रदर्शन के दौरान दायर किये गये मामलों को वापस लेने और इस दौरान मारे गये और घायल हुए लोगों के परिजनों को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. पिछले वर्ष जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में हरियाणा के कई स्थानों पर 30 लोग मारे गए थे और करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था.


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