खास बातें
- दर्शन करने पहुंचा महिलाओं का जत्था
- कई राज्यों की महिलाएं जत्थे में शामिल
- नाराज श्रद्धालु कर रहे हैं प्रदर्शन
केरल: पंबा इलाके में तब तनाव पैदा हो गया जब रविवार की सुबह 50 साल से कम उम्र की 11 महिलाओं के एक समूह ने भगवान अयप्पा मंदिर पहुंचने की कोशिश की. महिलाओं के समूह ने मंदिर परिसर से लगभग पांच किलोमीटर दूर पारंपरिक वन पथ के माध्यम से अयप्पा मंदिर पहुंचने की कोशिश की, लेकिन श्रद्धालुओं के विरोध की वजह से वे आगे नहीं बढ़ सकीं. ये सभी महिलाएं चेन्नई स्थित 'मानिथि' संगठन की सदस्य हैं. समूह की सदस्य तिलकवती ने कहा, "मंदिर में दर्शन नहीं होने तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे. पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए हमें वापस जाने को कहा है। लेकिन हम वापस नहीं जाएंगे."
इधर महिला श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश की कोशिशों के बीच अयप्पा के श्रद्धालु कोट्टायम रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन के लिए पहुंच गए. पुलिस के पास पहले से सूचना थी कि करीब 30 महिलाएं मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करेंगी. हंगामें की आशंका भी जताई गई थी. लिहाजा मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था देखी जा रही है.आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की आयु की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत नहीं थी.
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मंदिर में आयोजित होने वाले सालाना पर्व, मंडला पूजा में मात्र कुछ दिन ही शेष बचे हैं इस वजह से भी भगवान अयप्पा मंदिर में भारी भीड़ देखने को मिल रही है.शुक्रवार को भी करीब एक लाख श्रद्धालु पहाड़ी मंदिर पहुंचे थे. ऐसी स्थिति में महिलाओं के पहुंचने से स्थानीय पुलिस की चिंता बढ़ गई है.
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हाल के दिनों में सबरीमला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि पुलिस ने कुछ पाबंदियों में ढील दी है लेकिन निषेधाज्ञा अभी भी लागू है.त्रावणकोर देवोस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने एक बयान में कहा, ''शुक्रवार को 1,12,260 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और पूजा की. इस साल वार्षिक यात्रा शुरू होने के बाद यह श्रद्धालुओं की सबसे अधिक संख्या है.''