नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के सांसद ललन सिंह ने लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा में तीन नेताओं को चुप कराया.
खास बातें
- राजकुमार सिंह से सवाल- दहेज के खिलाफ कानून का दुरुपयोग हो रहा है या नहीं?
- निशिकांत दुबे से कहा - चलिए बैठिए हल्ला मत कीजिए और सुनिए चुपचाप
- सिंह ने कहा- तीन तलाक बिल से समाज के एक वर्ग में अविश्वास पैदा होगा
पटना: ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर गुरुवार को जनता दल यूनाइटेड ने अपने पुराने स्टैंड पर कायम रहते हुए विरोध किया और सदन का बहिष्कार किया. इससे पूर्व सदन में पार्टी के नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अपने भाषण में इस बिल को जनहित में नहीं बताते हुए कहा कि इससे समाज के एक वर्ग में अविश्वास पैदा होगा. ललन सिंह ने अपने भाषण में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, राजकुमार सिंह और सांसद निशिकांत दुबे को टोकाटोकी करने पर जिस तरह चुप कराया उसके कारण उनका भाषण याद किया जाएगा. सबसे पहले टोकने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नाम लेकर ललन सिंह ने कहा कि गिरिराज बाबू आपका एजेंडा है, और परमानेंट चलाते रहते हैं.
उन्हें निशिकांत दुबे ने जब टोका तब सिंह ने उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा कि चलिए बैठिए हल्ला मत कीजिए और सुनिए चुपचाप. निशिकांत ने विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद की तरफ इशारा करते हुए कुछ कहा था उस पर ललन सिंह ने कहा कि वकील हैं, मालूम है. हम लोग बहुत लम्बी लड़ाई साथ लड़ रहे थे तो आप उस समय कहां थे, कहीं और घूम रहे थे. निश्चित रूप से ललन सिंह का इशारा चारा घोटाले और अन्य घोटालों की तरफ था जब वे और रविशंकर प्रसाद कंधे में कंधा मिलाकर लालू यादव के शासन काल में लड़ाई लड़ रहे थे. निशिकांत दुबे उस समय राजनीति में भी कहीं नहीं थे.
Triple Talaq Bill: विपक्ष के भारी विरोध के बीच लोकसभा से तीन तलाक बिल पास
केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह ने जब ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बारे में सिंह को याद दिलाया तब ललन सिंह ने कहा कि अभी आगे सुनिए राजकुमार बाबू, आप एक कड़क पदाधिकारी रहे हैं. क्या दहेज प्रथा के खिलाफ कानून से दहेज रुक गया, या उसका आज दुरुपयोग हो रहा है या नहीं?
एनडीए का सहयोगी दल होने के बावजूद लोकसभा में तीन तलाक का विरोध क्यों कर रही जेडीयू?
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