अमित शाह का विपक्ष पर तंज, 'मोदी जी के डर से सांप-नेवला, कुत्ते-बिल्ली साथ' आ गए

अमित शाह ने कहा, जिस तरह बाढ़ की पानी से बचने के लिए नेवला, बिल्ली, कुत्ते, शेर, चीता सब एक नाव पर सवार हो जाते हैं ठीक उसी तरह मोदी लहर को देखने हुए विपक्षी पार्टियां भी साथ आ गई हैं.

अमित शाह का विपक्ष पर तंज, 'मोदी जी के डर से सांप-नेवला, कुत्ते-बिल्ली साथ' आ गए

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह.

खास बातें

  • अमित शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला
  • विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए हो रही है एकजुट
  • बीजेपी की स्थापना दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे अमित शाह
मुंबई:

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को मुंबई बीजेपी की स्थापना दिवस के मौके पर विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने पीएम मोदी की लोकप्रियता की तुलना 'बाढ़' से करते हुए कहा कि उनके आगे सभी पेड़ धराशायी होकर गिर गए हैं. उन्होंने इस दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, जिस तरह बाढ़ की पानी से बचने के लिए नेवला, बिल्ली, कुत्ते, शेर, चीता सब एक नाव पर सवार हो जाते हैं ठीक उसी तरह मोदी लहर को देखने हुए विपक्षी पार्टियां भी साथ आ गई हैं. बाद में हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी मंशा जानवरों के साथ विपक्षी दलों की तुलना करने की नहीं थी.  

यह भी पढ़ें : अमित शाह ने राहुल गांधी पर लगाया आरोप, कहा- समाज में घृणा फैला रहे हैं कांग्रेस अध्यक्ष

उन्होंने कहा, '2019 (चुनाव) के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. विपक्षी एकजुटता की कोशिश हो रही है. जब भारी बाढ़ आएगी सब कुछ बह जाएगा. केवल एक वटवृक्ष बचेगा और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर निकलेंगे.' शाह ने कहा, 'मोदी बाढ़ के कारण सभी बिल्ली- कुत्ते, सांप और नेवला मुकाबला करने साथ आ रहे हैं.' 

परोक्ष रूप से वह अगले आम चुनाव में मोदी के नेतृत्व में भाजपा से मुकाबले के लिए टीआरएस, तृणमूल कांग्रेस और तेदेपा जैसे विभिन्न दलों की ओर से गठबंधन की कोशिशों का हवाला दे रहे थे. बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'मेरा मतलब मोदी के डर से वैचारिक समानता नहीं रखने वाले राजनीतिक दलों के साथ आने से था.' वह अपनी टिप्पणी को लेकर सवालों का जवाब दे रहे थे.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 'सांप और नेवला में कुछ भी समानता नहीं है. मैं नाम लेता हूं - समाजवादी पार्टी और बसपा, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस, चंद्रबाबू नायडू और कांग्रेस, उनमें कुछ भी समान और वैचारिक समानता नहीं है, लेकिन साथ आ रहे हैं.' 
 
यह भी पढ़ें : भाजपा के 39वें स्थापना दिवस पर पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं से मिलेंगे प्रधानमंत्री मोदी

इससे पहले भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने आज मुंबई में कहा कि मोदी सरकार न तो आरक्षण की नीति को खत्म करेगी, न किसी और को ऐसा करने देगी. शाह का यह बयान उच्चतम न्यायालय के एक फैसले के बाद पैदा हुए विवाद के बीच आया है. उच्चतम न्यायालय ने हाल में एक फैसला दिया था, जिसके बारे में कई लोगों का मानना है कि उसके जरिये अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम को कमजोर कर दिया गया. न्यायालय का फैसला आने के बाद दलित संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुई थीं. 

उन्होंने कहा कि दलितों की भावनाओं को आहत करने के लिए विपक्ष द्वारा झूठें बयान दिए जा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ना ही आरक्षण हटाएगी और ना ही किसी को हटाने देगी, राजनीतिक लाभ के लिए विपक्ष का भ्रान्ति फैलाना एक निचले स्तर की राजनीति का उदाहरण है.

VIDEO : आरक्षण की नीति न बदलेंगे, न बदलने देंगे : अमित शाह


भाजपा के38 वें स्थापना दिवस के मौके पर शाह ने कहा, 'राहुल गांधी और अन्य लोग कह रहे हैं कि हम अजा और अजजा के लिए आरक्षण को खत्म कर रहे हैं. हम किसी भी प्रकार से आरक्षण (नीति) को समाप्त नहीं कर रहे.' उन्होंने कहा, राहुल और (राकांपा प्रमुख शरद) पवार सुन लें, भाजपा कभी भी आरक्षण नीति को खत्म नहीं करेगी और अगर आप आरक्षण को खत्म भी करना चाहेंगे तो भाजपा आपको ऐसा करने नहीं देगी.' 
(इनपुट : भाषा)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com