MSP था, है और रहेगा, किसानों से हर मुद्दे पर बात करने को तैयार हूं : NDTV से बोले कृष‍ि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

कृषि मंत्री ने कहा, " इस बिल के माध्यम से जहां एक ओर किसान पूरे देश में अपने माल को बेचने के लिए स्वतंत्र है उसी प्रकार व्यापारी भी मंडी के बाहर पूरे देश में माल खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं."

MSP था, है और रहेगा, किसानों से हर मुद्दे पर बात करने को तैयार हूं : NDTV से बोले कृष‍ि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर

नई दिल्ली:

कृषि से जुड़े दो विधेयक (Agriculture Bills) रविवार को राज्य सभा में ध्वनिमत से पारित हो गए. ये विधेयक लोकसभा में पहले ही पास हो चुके हैं. अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ये कानून का रूप ले लेंगे. लेकिन इसके साथ ही इन विधेयकों को लेकर संसद से लेकर सड़क तक पर विरोध की आवाजें उठ रही हैं. एक तरफ विपक्षी दल राज्य सभा में इस बिल को लेकर वोटिंग की मांग कर रहे थे तो वहीं पंजाब और हरियाणा में किसान जगह जगह इसके खिलाफ सड़क पर थे.केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज इस बिल पर एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि विपक्षी पार्टियां किसानों को गुमराह कर रही हैं.

कृषि मंत्री ने कहा, "मैं आपके माध्यम से देशभर के किसानों को कहना चाहता हूं कि एमएसपी थी, है और रहेगी. अक्टूबर में नई फसल आएगी. फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) उसको खरीदने की प्रक्रिया चालू कर देगी." 

बिचौलयों के शोषण को खत्म करेगा बिल
कृषि मंत्री ने कहा, "ये बिल बिचौलियों को खत्म नहीं करेगा, बिचौलियों के शोषण को खत्म करेगा. इस बिल के माध्यम से जहां एक ओर किसान पूरे देश में अपने माल को बेचने के लिए स्वतंत्र है उसी प्रकार व्यापारी भी मंडी के बाहर पूरे देश में माल खरीदने के लिए स्वतंत्र है."

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असंतुष्ट किसानों को कैसे मनाएंगे?
इस बिल को लेकर जो किसान असंतुष्ट है उन्हें मनाने के लिए सरकार क्या करेगी, इस सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि किसान सरकार की भावना को समझेंगे. कांग्रेस के लोग इस पूरी मुहिम के पीछे हैं. मैं किसानों को कहना चाहता हूं कि अगर उनके मन में इस बिल को लेकर किसी प्रकार की गलतफहमी है तो मैं उनसे बात करने के लिए तैयार हूं." 

अब किसान स्वतंत्र हो गया है
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, "इस विधेयक के माध्यम से अब किसान स्वतंत्र हो गया है. पहले किसान को घर से चलकर मंडी में व्यापारी के पास आना पड़ता था. अब किसान को व्यापारी के सामने गिड़गिड़ाने की जरूरत नहीं है. अब व्यापारी किसान के गांव में जाएगा और उसकी दाड़ी सहला कर बोलेगा कि किसान भाई आप किस कीमत पर अपनी उपज बेचोगे?....

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.... इससे पूंजीपति और व्यापारी नहीं हाव होंगे. अब किसान व्यापारी की दया पर निर्भर नहीं है. अब किसान व्यापारी के बराबर बैठकर अपना माल बेचेगा." 

'ये चोरी भी करते हैं और सीनाजोरी भी' 
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कृषि मंत्री ने कहा, "उनकी की टिप्पणी पर मैं कुछ नहीं कहूंगा कि राहुल गांधी की वजह से ही कांग्रेस आज रसातल में चली गई. कांग्रेस ने आपातकाल से आजतक कोई सबक नहीं लिया है. आज राज्य सभा में टीएमसी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने नग्नता दिखाई. ये चोरी भी करते हैं और सीना जोरी भी करते हैं"

डेरेक ओ ब्रायन को दिया जवाब
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने इस बिल पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये बिल छोटे किसानों के असुरक्षित करता है. 2022 में इससे किसानों की आय कैसे दोगुनी होगी? इसका जवाब देते हुए कृषि मंत्री ने कहा, "जब 2022 आएगा तो मैं उन्हें जवाब दूंगा कि किसान की आए दोगुनी हुई या नहीं हुई."

कृषि विधेयक पारित होने के बाद नेताओं की प्रतिक्रिया

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