EU सांसदों का एक दल कश्मीर के दौरे पर आया है.
खास बातें
- EU सांसदों के दौरे का आज दूसरा दिन
- सांसदों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की
- खुद को बताया दोस्त
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में यूरोपियन यूनियन के सांसदों के दौरे का आज दूसरा और आख़िरी दिन है. न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में कुछ सांसदों ने माना कि कश्मीर में कुछ तनाव है लेकिन साथ ही उम्मीद जताई कि सरकार इससे निपट लेगी. एक सांसद ने आतंकियों को कश्मीर की समस्या बताया. सांसदों का ये भी कहना था कि जब उन्हें आने की इजाज़त दी गई तो देश के विपक्षी सांसदों को भी आने की इजाज़त मिलनी चाहिए. इससे पहले ये दौरा सवालों में आ गया जब 27 में से चार सांसद कश्मीर नहीं गए. कश्मीर के कई नेताओं ने शिकायत की, कि उन्हें इस समूह से मिलने नहीं दिया गया. वहीं कश्मीर नहीं जाने वाले सांसदों की शिकायत थी कि उन्हें हालात समझने की खुली छूट नहीं दी जा रही थी. सवाल इस पर भी उठ रहा है कि इन सांसदों में ज़्यादातर दक्षिणपंथी रुझान वाले हैं. NDTV को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक़ वीसिट यानी विमिंज इकनॉमिक ऐंड सोशल थिंक टैंक NGO से मादी शर्मा ने ईमेल भेजकर EU सांसदों को घाटी के दौरे का न्योता दिया था.