देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस के बीच केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इसी कार्यक्रम में ये भी कहा कि सहनशीलता भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण पहलू है. गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भीड़ की हिंसा पर देशभर में बहस छिड़ी हुई है.
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गडकरी के रुख़ में ये तब्दीली क्यों आई है? बीजेपी इस सवाल का जवाब नहीं दे रही. लेकिन विपक्ष को अंदाज़ा लगाने का मौक़ा मिल रहा है. एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने इसमें आरएसएस का प्लान बी तक देख लिया. मनप्रीत बादल ने कहा, "ऐसा लगता है कि हाल के विधानसभा चुनावों में हार के बीद बीजेपी हड़बड़ाई हुई है. निजी तौर पर मैं गडकरी के बयान को मोदी के नेतृत्व को चुनौती देने के तौर पर देखता हूं. ऐसा लगता है कि संघ परिवार प्लान बी के तहत गडकरी को बीजेपी नेता के तौर पर देख रहा है."
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गडकरी की यह कथित टिप्पणी हाल में सम्पन्न मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद आयी थी. गडकरी ने रविवार को मीडिया से कहा था कि उनकी टिप्पणी का कोई राजनीतिक मकसद नहीं था. उन्होंने दावा किया कि मीडिया के एक वर्ग ने उनकी ओर से की गई टिप्पणी को ‘तोड़ मरोड़कर पेश किया'. उन्होंने कहा, ‘मराठी में दिया मेरा पूरा भाषण उपलब्ध है. मैंने जो कुछ भी कहा वह बैंकिंग के संदर्भ में था और मैंने न तो किसी चुनाव या न ही किसी नेता के बारे में कोई उल्लेख किया. दुर्भाग्य से मीडिया के एक वर्ग ने मेरे बयान को वर्तमान चुनावी राजनीति से जोड़कर और अपनी खुद की टिप्पणी जोड़कर उसे तोड़ मरोड़कर पेश किया.'
उन्होंने कहा कि यदि पत्रकारों का अपना खुद का एजेंडा हो तो वे अपने नाम से लिखने के लिए मुक्त हैं. उन्होंने कहा, ‘लेकिन जो चीज मैंने नहीं कही उसे मेरे बयान से जोड़ना अच्छी बात नहीं है.'
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उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह किसी ‘दौड़' या ‘प्रतिस्पर्धा' में नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘यह बहुत स्पष्ट है कि भाजपा 2019 आमचुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगी और पार्टी को उचित बहुमत मिलेगा.' इससे पहले दिन में गडकरी ने ट्विटर पर यह दावा किया कि कुछ विपक्षी दल और मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है.
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उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, ‘पिछले कुछ दिनों में मैंने गौर किया है कि मेरी पार्टी और मुझे नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ विपक्षी दल और मीडिया के एक वर्ग की ओर से मेरे बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का अभियान चलाया जा रहा है और उसे संदर्भ से अलग इस्तेमाल किया जा रहा है तथा राजनीति से प्रेरित निष्कर्ष निकाले जा रहे हैं. मैं एक बार फिर स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरे और भाजपा नेतृत्व के बीच दरार पैदा करने की साजिश कभी सफल नहीं होगी.'
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