स्टालिन ने राहुल को अगले प्रधानमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया.
विपक्षी दलों के कई नेता 2019 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी गठबंधन की ओर से किसी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किये जाने के खिलाफ लगते हैं. विपक्षी खेमे के सूत्रों ने यह जानकारी दी. विपक्षी खेमे की प्रतिक्रिया ऐसे समय में सामने आई है, जब द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी होना चाहिए, क्योंकि उनमें भाजपा को शिकस्त देने की क्षमता है. विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘विपक्ष के कई नेता प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में किसी का नाम घोषित किये जाने के खिलाफ हैं. सपा, तेदेपा, बसपा, तृणमूल और राकांपा स्टालिन की घोषणा से सहमत नहीं है. यह जल्दीबाजी है. लोकसभा परिणामों के बाद ही प्रधानमंत्री का निर्णय होगा.''
द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने रविवार को राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के लिए उनका पुरजोर समर्थन करते हुये कहा कि गांधी वंशज में ‘फासीवादी' नरेन्द्र मोदी सरकार को हराने की क्षमता है. स्टालिन ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मैं प्रस्तावित करता हूं, हम दिल्ली में एक नया प्रधानमंत्री बैठाएंगे. मैं तमिलनाडु से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का प्रस्ताव करता हूं."
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स्टालिन ने कहा कि राहुल गांधी के पास फासिस्ट नरेंद्र मोदी को हराने की क्षमता है. उन्होंने घोषणा की, "हम राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करेंगे." स्टालिन ने यह घोषणा एक सार्वजनिक सभा में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी, डीएमके नेताओं और कई अन्य पार्टियों के नेताओं की उपस्थिति में की.
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इसके पहले सोनिया गांधी ने यहां डीएमके मुख्यालय अन्ना अरिवलयम में पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की प्रतिमा का अनावरण किया.
(इनपुट एजेंसी)
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