कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है : अर्थव्यवस्था की स्थिति पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में मुट्ठी भर लोग ऐसे हैं, जो देश की प्रतिष्ठा को, हमारी ईमानदार सामाजिक संरचना को कमजोर करते रहने का काम करते रहते हैं.

कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है : अर्थव्यवस्था की स्थिति पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी

कंपनी सचिवों के कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी

खास बातें

  • हमने जीएसटी लागू किया और नोटबंदी की हिम्मत दिखाई: पीएम मोदी
  • 'अर्थव्यवस्था में ईमानदारी का नया दौर शुरू हुआ है'
  • 'विदेशी निवेशक भारत में रिकॉर्ड निवेश कर रहे हैं'
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आईसीएसआई के गोल्डन जुबली समारोह को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया. उन्हें कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है. उन्होंने कहा कि देश के विकास को विपरीत दिशा में ले जाने वाले पैरामीटर कुछ लोगों को पसंद आते थे और अब जबकि ये पैरामीटर सुधरे हैं और देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो ऐसे लोगों को परेशानी हो रही है. ऐसे लोगों का अर्थव्यवस्था में विकास होता नहीं दिख रहा है.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश में जमा काले धन के लिए बहुत कठोर कानून बनाया गया. पुराने टैक्स समझौतों में हमने बदलाव किया है. उन्होंने कहा कि हमने जीएसटी लागू किया और नोटबंदी की हिम्मत दिखाई. अर्थव्यवस्था में ईमानदारी का नया दौर शुरू हुआ है. अब काले धन का लेन-देन करने से पहले लोगों को 50 बार सोचना पड़ता है. पीएम मोदी ने कहा कि आज विदेशी निवेशक भारत में रिकॉर्ड निवेश कर रहे हैं. विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार इजाफा हो रहा है. हमने रिफार्म से जुड़े कई बड़े फैसले लिए हैं और इस दिशा में काम जारी है.

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उन्होंने कहा कि हमारे देश में मुट्ठीभर लोग ऐसे हैं, जो देश की प्रतिष्ठा को, हमारी ईमानदार सामाजिक संरचना को कमजोर करते रहने का काम करते रहते हैं. ऐसे लोगों को सिस्टम से हटाने के लिए सरकार ने पहले ही दिन से स्वच्छता अभियान शुरू कर रखा है.

VIDEO : 'मिलेगा ईमानदारी का प्रीमियम'
अपने संबोधन की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने कहा कि आईसीएसआई की जिम्मेदारी ही देश के कॉरपोरेट कल्चर की दिशा-नीति तय करती है. उन्होंने कहा कि देश में ईमानदारी और पारदर्शिता को संस्थागत बनाने में आईसीएसआई का बड़ा योगदान है.


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