ट्विटर पर गुहार करने वाले भारतीयों की रात 2 बजे भी मदद करती हैं सुषमा स्वराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, "सोशल मीडिया बेहद शक्तिशाली हो गया है... मैं भी इससे जुड़ा हूं, लेकिन विदेश मंत्रालय और सुषमा स्वराज ने यह मिसाल कायम की है कि कैसे किसी विभाग को इसके ज़रिये मजबूत किया जा सकता है..."

ट्विटर पर गुहार करने वाले भारतीयों की रात 2 बजे भी मदद करती हैं सुषमा स्वराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने मुश्किल में फंसे भारतीयों के ट्वीट पर जल्द से जल्द जवाब देने की सुषमा स्वराज की आदत की तारीफ की...

खास बातें

  • वर्जीनिया में PIO को संबोधित करते हुए PM ने सुषमा की तारीफ की
  • कहा - सुषमा ने दिखाया, कैसे विभाग सोशल मीडिया से मजबूत बन सकते हैं
  • सुषमा ने सोशल मीडिया से कूटनीति को 'मानवीय चेहरा' दिया : पीएम
वाशिंगटन:

सोशल मीडिया पर अपने मंत्रिमंडल की बेहद लोकप्रिय सहयोगी तथा केंद्रीय विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने और उनके मंत्रालय ने सुशासन देने के लिए तथा दुनिया के किसी भी कोने में परेशानी में फंसे भारतीयों की मदद के लिए सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल की मिसाल कायम की है.

वर्जीनिया में सामुदायिक समारोह के दौरान भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "सोशल मीडिया बेहद शक्तिशाली हो गया है... मैं भी इससे जुड़ा हूं, लेकिन विदेश मंत्रालय और सुषमा स्वराज ने यह मिसाल कायम की है कि कैसे किसी विभाग को इसके ज़रिये मजबूत किया जा सकता है..."

कूटनीति को एक 'मानवीय चेहरा' और सुशासन देने के लिए सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज की सराहना की. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय अब देश के गरीब से गरीब व्यक्ति से जुड़ा है. उन्होंने दुनिया के किसी भी कोने में मुश्किल में फंसे भारतीयों के ट्वीट पर जल्द से जल्द जवाब देने और उचित कदम उठाने की सुषमा स्वराज की आदत की तारीफ की.
 


प्रधानमंत्री ने कहा, "दुनिया के किसी भी कोने में मुश्किल में फंसा कोई भारतीय अगर विदेश मंत्रालय को ट्वीट करता है, तो सुषमा स्वराज 15 मिनट के भीतर उसे जवाब देती हैं, फिर चाहे रात के 2 ही क्यों न बजे हों... सरकार तुरंत कदम उठाती है और परिणाम सामने आते हैं... यह सुशासन है..."

उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में भारत के विदेश मंत्रालय ने मानवीय कूटनीति में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग कोनों में 80,000 से ज्यादा भारतीय किसी न किसी मुश्किल का सामना कर रहे थे, लेकिन भारत सरकार उन्हें सुरक्षित भारत लेकर आने में सफल रही.

उन्होंने उस भारतीय युवती उज़्मा अहमद के मामले का भी ज़िक्र किया, जिसका दावा था कि उसे बंदूक के डर से एक पाकिस्तानी पुरुष से शादी करनी पड़ी थी. पीएम ने कहा, "भारत की एक बेटी, जो पाकिस्तान में मुश्किल में फंस गई थी... वह भारतीय उच्चायोग के प्रयासों से भारत लौटी... इसका श्रेय सुषमा जी को जाता है..."

(इनपुट भाषा से भी)

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