यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की कोविड-19 से मौत, दो बार निगेटिव आने के बाद पॉजिटिव आई जांच र‍िपोर्ट

उत्तर प्रदेश पुलिस के एक इंस्पेक्टर की लखनऊ के एक अस्पताल में कोरोना वायरस से बुधवार को मौत हो गई.

यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की कोविड-19 से मौत, दो बार निगेटिव आने के बाद पॉजिटिव आई जांच र‍िपोर्ट

यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की कोविड-19 से मौत

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश पुलिस के एक इंस्पेक्टर की लखनऊ के एक अस्पताल में कोरोना वायरस से बुधवार को मौत हो गई. पिछले 8 दिनों में उनका दो बार टेस्ट किया गया था, जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई थी. हालांकि, हालत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था. उनकी तीसरी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.

उत्तर प्रदेश : थाने के बाहर धरने पर बैठे BJP विधायक, पुलिस पर लगाया ये आरोप

47 वर्षीय इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह भदौरिया मूल रूप से यूपी के उन्नाव जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने सन् 1989 में पुलिस फोर्स ज्वाइन किया था. साल 2013 में वह सब-इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोट हुए और कुछ महीने पहले ही इंद्रजीत प्रमोट होकर इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हुए.

इंस्पेक्टर भदौरिया ने मेरठ जिले के पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में एक सत्र में भाग लिया था, 23 जुलाई को वह अपनी पोस्टिंग वाले शहर शाहजहांपुर लौट रहे थे. वापसी के दौरान उन्हें खांसी और नाक बंद की शिकायत थी, जो समय दर समय और भी बिगड़ती चली गई. उन्होंने 23 जुलाई से 31 जुलाई के बीच कोरोनावायरस के लिए टेस्ट कराया था. दोनों ही बार में टेस्ट का परिणाम निगेटिव आया.

कानपुर एनकाउंटर केस : विकास दुबे अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर, तलाश में टोल प्लाजा पर लगाए गए पोस्टर

शाहजहांपुर जिले के एसपी के मुताबिक, उनका पहला निगेटिव टेस्ट आरएटी (रैपिड एंटीजन टेस्ट) से आया था जो कोविड टेस्ट में जल्द ही परिणाम दे देता है. हालांकि यह टेस्ट कम विश्वसनीय होता है. जबकि दूसरा आरटी-पीसीआर टेस्ट था, जिस पर अधिक भरोसा किया जा सकता है. यह भी निगेटिव रिजल्ट आया था. इसके बाद, हालात खराब होने लगी तो उन्हें लखनऊ के अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां उनकी 5 अगस्त को मौत हो गई.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इंस्पेक्टर भदौरिया ने अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे एक बेटी और एक बेटा छोड़ गए. उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से अब तक एक लाख से ज्यादा केस हो गए हैं. यूपी में अब तक कुल 1900 से ज्यादा मौत दर्ज की गई है. अभी भी 43,000 से ज्यादा एक्टिव केस हैं.