पश्चिम बंगल सीआईडी ने जीजेएम के नेताओं पर कसी नकेल, बैंक खातों पर लगाई रोक

जीजेएम नेताओं पर फंड का हथियारों को खरीदने और सभी तरह की अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप

पश्चिम बंगल सीआईडी ने जीजेएम के नेताओं पर कसी नकेल, बैंक खातों पर लगाई रोक

गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिमल गुरुंग समेत संगठन के शीर्ष नेताओं के बैंक खातों पर रोक लगा दी गई है.

खास बातें

  • पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है गोरखा जनमुक्ति मोर्चा
  • जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग समेत शीर्ष नेताओं के बैंक खातों पर रोक लगी
  • तीन नेताओं के खातों से करीब 26 लाख रुपये जब्त किए गए
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और उसके आसपास के इलाकों में पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर जारी आंदोलन उग्र होता जा रहा है. पश्चिम बंगाल सरकार ने अब इस आंदोलन के आर्थिक आधार को निशाना बनाया है. पश्चिम बंगाल सीआईडी ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अध्यक्ष बिमल गुरुंग समेत शीर्ष नेताओं के बैंक खातों पर रोक लगा दी है. नेताओं पर आरोप लगाया गया है कि वे फंड का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.

आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को रात में इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जीजेएम महासचिव रोशन गिरि और सहायक महासचिव बिनय तमांग के खातों पर भी रोक लगाई गई है.

अधिकारी ने कहा, ‘‘गुरुंग, तमांग और रोशन गिरि के बैंक खातों पर 17 जुलाई को रोक लगा दी गई. यह पता चला था कि पैसे का हथियार खरीदने जैसे अवैध कामों के लिए गलत इस्तेमाल किया गया.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘ये तीनों खाते दार्जिलिंग में एक निजी बैंक के हैं और जीजेएम नेताओं के हैं जो फंड का हथियारों को

वीडियो- सुलग रहा है दार्जिलिंग

खरीदने से लेकर सभी तरह की अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. इसलिए हमने खातों पर रोक लगाने का फैसला लिया.’’ उन्होंने बताया कि तीनों खातों से करीब 26 लाख रुपये जब्त किए गए. यह पूछने पर कि कब तक खातों पर रोक रहेगी, इस पर अधिकारी ने कहा, ‘‘यह अभी स्पष्ट नहीं है. हमें लेनदेन का विवरण देखना है और जांच चल रही है.’’

गिरि से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में नहीं पता कि गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के लिए वेतन खाते के रूप में इस्तेमाल होने वाले बैंक खाते पर रोक लगा दी गई है.

गुरुंग और तमांग की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.
(इनपुट एजेंसी से)


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