यशवंत सिन्हा का नरेंद्र मोदी सरकार पर वार
खास बातें
- चुनाव हारने के बाद भी जेटली को अहम मंत्रालय
- जनता को करीब से ग़रीबी दिखाएंगे जेटली
- गिरती जीडीपी में नोटबंदी ने किया आग में घी का काम
नई दिल्ली: लगातार गिरती जीडीपी और चरमरा रही अर्थव्यवस्था के कारण मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ रही हैं. विपक्ष तो उन्हें इस मुद्दे पर घेर ही रहा है अब अपनों ने भी आवाज़ उठानी शुरू कर दी है. बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने गिरती अर्थव्यस्था के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा है. एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी ने गिरती जीडीपी को और कमजोर करने में अहम भूमिका अदा की. तंज कसते हुए सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को काफी करीब से देखा है, अब जिस तरीके से उनके वित्त मंत्री काम कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि वे सभी भारतीयों को गरीबी पास से दिखाएं. आज के समय में न ही नौकरी मिल रही है और न ही विकास तेज़ हो रहा है, जिसका सीधा असर इन्वेस्टमेंट और जीडीपी पर पड़ा है.
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यशवंत के निशाने पर अरुण जेटली
- चुनाव हारने के बाद भी अहम मंत्रालय
- कैबिनेट में मंत्रियों के नाम तय होने से पहले वित्त मंत्री तय था
- जनता को करीब से ग़रीबी दिखाएंगे जेटली
- गिरती जीडीपी में नोटबंदी ने किया आग में घी का काम
- ठीक से GST लागू न करने से अर्थव्यवस्था को झटका
- आज न नौकरी मिल रही है, न विकास हो रहा है
- विदेशी निवेश पर भी फ़ैसलों का असर
वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने अब आर्थिक वृद्धि के दावों पर मोदी सरकार को घेरा
यशवंत सिन्हा के मुताबिक- सरकार ने जीएसटी को जिस तरह लागू किया उसका भी नकारात्मक असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. जीडीपी अभी 5.7 फीसदी है, जबकि सरकार ने 2015 में जीडीपी तय करने का तरीका बदला था. अगर पुराने नियमों के हिसाब से देखा जाए तो आज जीडीपी 3.7 फीसदी है.
अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान अरुण जेटली हार गए थे. चुनाव हारने के बावजूद अहम मंत्रालय दिया गया. कैबिनेट में मंत्रियों के नाम तय होने से पहले वित्त मंत्री तय था.