पारंपरिक चीजों से ये महिलाएं बना रही हैं राखियां, कहा- यह PM के 'आत्मनिर्भर मिशन' को समर्थन का एक प्रयास

श्रावण मास की पूर्णिमा (Purnima of Shravan Month) पर हर साल राखी का त्योहार मनाया जाता है और इस साल रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) 3 अगस्त को मनाया जा रहा है. रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है.

पारंपरिक चीजों से ये महिलाएं बना रही हैं राखियां, कहा- यह PM के 'आत्मनिर्भर मिशन' को समर्थन का एक प्रयास

स्वयं सहायक ग्रुप की महिलाएं बना रही हैं राखी.

नई दिल्ली:

सावन के महीने की शुरुआत के साथ ही देशभर में त्योहारों की भी शुरुआत हो गई है. श्रावण मास की पूर्णिमा (Purnima of Shravan Month) पर हर साल राखी का त्योहार मनाया जाता है और इस साल रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) 3 अगस्त को मनाया जा रहा है. रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है और देशभर में हर साल बड़े धूम-धाम से लोग इस त्योहार को मनाते हैं. रक्षा बंधन को भाई-बहन के बंधन के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में देशभर के अलग-अलग क्षेत्रों में अभी से ही लोगों ने राखी की तैयारी शुरू कर दी है. 

इसी बीच वाराणसी के एक स्वयं सहायक समूह की महिलाएं रक्षाबंधन के लिए पारंपरिक चीजों का इस्तेमाल कर राखी बना रही हैं. जिला शहरी विकास एजेंसी की जया सिंह ने इस बारे में बात करते हुए न्यूज एजेंसी एएनआी को बताया कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ''आत्मनिर्भर मिशन'' का समर्थन करने का प्रयास करते हुए महिलाएं ये राखियां बना रही हैं. उन्होंने बताया कि अब तक वो कुल 5,000 राखियां बांट चुके हैं और उन्होंने 50,000 राखियां बांटने का उद्देश्य रखा है''.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

हालांकि, कोरोनावायरस के चलते इस साल लोगों शायद राखी का त्योहार भी अपने-अपने परिवारों के साथ घरों में ही मनाना पड़ेगा. भले ही देशभर के कई राज्यों में लॉकडाउन में राहत दे दी गई है लेकिन कोरोना के मामले अभी भी कई क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में सभी लोगों को हर तरह की सावधानियां बरतने की जरूरत है.