Exit Poll के नतीजों के बाद NDA-2 की तैयारी में PM मोदी और अमित शाह

Election 2019: राजग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीसामी तथा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना के उद्धव ठाकरे शामिल हुए.

Exit Poll के नतीजों के बाद NDA-2 की तैयारी में PM मोदी और अमित शाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह. (फाइल तस्वीर)

नई दिल्ली:

एग्जिट पोल (Exit Polls Results 2019) के नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एनडीए-2 के गठन की तैयारी में जुटे गए हैं, इसकी एक बानगी एनडीए (NDA)के दलों की डिनर पार्टी में देखने को मिली. दिल्ली के अशोका होटल में एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं की हुई बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया. एनडीए-2 के लिए तैयार किए गए इस प्रस्ताव को तीन अहम मुद्दे राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्रवाद और विकास को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बताया, 'मंगलवार को एनडीए के डिनर में 36 सहयोगी दल शामिल हुए थे. तीन सहयोगी दल वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने लिखित में समर्थन दिया है.' बैठक में पेश किए गए प्रस्ताव में ना केवल सरकार की सफल योजनाओं के बारे में बताया गया, बल्कि इसमें भविष्य के मुद्दें भी शामिल थे. सिंह ने कहा, 'पिछले पांच वर्षों में सरकार ने लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं. और अगले पांच वर्षों में हम प्रगति की गति बढ़ाएंगे और लोगों की अन्य जरूरतों को पूरा करेंगे.'

साथ ही सिंह ने बताया कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का प्रस्ताव भी शामिल है. उन्होंने बताया कि 'इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत ने विशेष रूप से आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग और ग्लोबल वार्मिंग मुद्दों पर कैसे असर डाला. उनका कहना है, 'जहां राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है, एनडीए सरकार हमेशा दृढ़ रही है और मैं कह सकता हूं कि अब वो धारणा खत्म हो गई है कि भारत कूटनीति और सुरक्षा के मोर्चे पर नरम है रुख रखता है.'

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साथ ही इस प्रस्ताव में कहा गया कि राजग सच्चे अर्थों में भारत की विविधता और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है. यह भारत के 130 करोड़ लोगों के सपनों और आकांक्षाओं कागठबंधन है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार की कार्यशैली में यह स्पष्ट रूप से दिखता है. प्रस्ताव में कहा गया कि आज राजग भारतीय राजनीति का प्रमुख स्तम्भ बन चुका है. राजग के घटक दलों के प्रस्ताव में उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, आयुष्मान योजना, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने समेत अन्य कल्याण योजनाओं का जिक्र करते हुए इसकी सरहना की गई. इसमें वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ संकल्प व्यक्त किया गया. इसमें कहा गया कि सरकार की जन कल्याण योजनाओं ने लोगों को सशक्त बनाया है. इसमें संस्थाओं पर विपक्ष के हमलों तथा पश्चिम बंगाल में हिंसा की निंदा की गई है.

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इस बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से मुलाकात की और उनका आभार प्रकट किया. यह बैठक भाजपा मुख्यालय में हुई थी. बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित राजग सरकार में घटक दलों के मंत्री भी शामिल हुए. इसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, रामविलास पासवान, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, राधामोहन सिंह, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल आदि शामिल हुए.

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वहीं राजग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीसामी तथा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना के उद्धव ठाकरे शामिल हुए. बैठक में शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल ने किया.

(इनपुट- एजेंसी से भी)

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