राजस्‍थान में किसानों की कर्जमाफी के बाद अब युवाओं की बारी, उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट ने कहा यह...

सरकार किसानों के मुद्दे और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सैद्धांतिक रूप से अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है क्योंकि राजस्थान को ऐसी सरकार की आवश्यकता है जो दोनों मोर्चों पर अपने वादों को पूरा कर सके.

राजस्‍थान में किसानों की कर्जमाफी के बाद अब युवाओं की बारी, उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट ने कहा यह...

राजस्‍थान के उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट (फाइल फोटो)

जयपुर:

तीन राज्‍यों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कर्जमाफी का ऐलान हो चुका है. अब राजस्‍थान सरकार ने किसानों के बाद युवाओं पर ध्‍यान देने की बात कही है. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि किसानों के लिए कर्जमाफी की घोषणा के बाद राज्य सरकार जल्द ही युवाओं की रोजगार की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी कदम उठाएगी. उन्होंने कहा है कि किसानों के मुद्दे और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना राज्य की कांग्रेस सरकार के एजेंडे में प्राथमिकता में रहेंगे. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन के बाद सरकार ने अपना काम शुरू कर दिया है और सरकार घोषणा पत्र के अनुरूप अपने कार्य को मूर्त रूप देना शुरू करेगी. पायलट ने मंगलवार को बताया कि हमने पहले ही दिन से किसानों की कर्जमाफी के साथ अपना काम करना शुरू कर दिया है.

उन्होंने कहा कि कृषि संकट सरकार के एजेंडे में शीर्ष पर है और बहुत जल्द सरकार द्वारा किसान समुदाय के लिए ‘इको सिस्टम' को मजबूत बनाने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि खेती एक लाभदायक उद्यम बन जाए.

उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही युवाओं के लिये प्राथमिकता के आधार पर रोजगार पैदा करने का काम शुरू करेंगे. सरकार किसानों के मुद्दे और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सैद्धांतिक रूप से अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है क्योंकि राजस्थान को ऐसी सरकार की आवश्यकता है जो दोनों मोर्चों पर अपने वादों को पूरा कर सके. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी ने अपना घोषणा पत्र मुख्य सचिव को दे दिया है और सरकार द्वारा कार्य करने के लिये इसे एक आधिकारिक दस्तावेज बनाया जायेगा.

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जिन योजनाओं के वादे किये हैं उन्हें शीघ्र ही आगे बढ़ाया जायेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शपथ ग्रहण करने के दो दिन बाद 19 दिसम्बर को किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी. राजस्थान की नवनिर्वाचित अशोक गहलोत सरकार ने पिछले सप्ताह किसानों का सहकारी बैंक से लिया गया अल्पकालीन कर्ज और दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने की घोषणा की थी. इससे सरकारी खजाने पर लगभग 18000 करोड़ रुपये का बोझ आएगा.

जब उनसे ऋण माफी से सरकार पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को जुटाने के बारे में पूछा गया तो पायलट ने बताया कि सरकार इस तरह की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक इच्छा शक्ति होने पर संसाधन जुटाना बहुत बड़ा काम नहीं है. पूर्व संप्रग सरकार ने 72000 करोड़ रुपये के किसानों के कर्ज माफ किये थे, इसलिये हम इसे कर सकते है. मुझे विश्वास है कि सरकार इस तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिये पूरी तरह सक्षम है.

पायलट, जो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि किसानों की ऋण माफी से ना केवल किसानों की मदद हुई है बल्कि इससे किसानों के अलावा अन्य लोगों को भी संदेश पहुंचा है कि नई सरकार लोगों को सुनने को तैयार है और उनकी समस्याओं का समाधान करने को तैयार है. इसी तरह युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के वास्ते पायलट ने कहा कि इस तरह का तंत्र विकसित किया जायेगा जो लगातार नौकरियां पैदा करेगा और भर्तियां निकाली जायेगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता को हमने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है.

किसानों की कर्जमाफी पहला निर्णय था और अन्य निर्णय इसके बाद लिये जायेंगे. किसान और युवा भाजपा सरकार की कभी प्राथमिकता नहीं रहे. सोमवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पायलट ने कहा कि यह विस्तार युवा और अनुभवी नेताओं के बीच एक ऊर्जावान संतुलित मंत्रिमंडल है. उन्होंने कहा कि हम भविष्य की ओर देख रहे हैं, हमारा मंत्रिमंडल पूरी तरह से उर्जावान है, सरकार चुनौतियों का सामना करने के लिये हर तरीके से तैयार है और जनता की उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास करेगी.

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(इनपुट भाषा से...)