नई दिल्ली: कर्नाटक के एक गांव में बड़ी ही विचित्र घटना घटी. 17 वर्षीय एक लड़के को मृत मानकर जब लोग उसे चिता पर लिटाकर श्मशान ले जा रहे थे तभी वह उठ खड़ा हुआ. कुमार मारवाड नाम के इस लड़के को करीब एक महीने पहले आवारा कुत्ते ने काट लिया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इसकी वजह से करीब एक हफ्ते पहले उसे तेज बुखार हो गया. जब घर वाले उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने कह दिया इंफेक्शन उसके पूरे शरीर में फैल गया है बिना वेंटिलेटर के वह बच नहीं सकेगा. इसके बाद घरवाले उसे वापस घर ले आए.
कुमार के जीजा शरनप्पा नायकर ने बताया, 'हम लोगों ने उसे घर ले जाने का फैसला किया क्योंकि डॉक्टरों का कहना था कि वेंटिलेटर हटा लेने के बाद उसके बचने की संभावनाएं ना के बराबर थी.' घर में जब उसके रिश्तेदारों ने देखा कि उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है तो उन्होंने उसे मृत मान लिया. रिश्तेदारों ने कुमार के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली और इसके लिए पास के गांव की ओर चल पड़े.
शवयात्रा श्मशान से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर रही होगी जब कुमार ने अचानक अपनी आंखें खोल दीं और तेजी से सांस लेते हुए अपने हाथों और पैरों को हिलाने लगा. उसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
रिपोर्ट में डॉक्टर महेश नीलखंटनवार ने बताया, 'कुमार वेंटिलेटर पर है. हमें शक है कि वह मेनिंगोइंसेफलाइटिस से ग्रस्त है जो कुत्ते के काटने से होने वाला एक प्रकार का इंफेक्शन है. कुमार के माता-पिता ने बताया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर है और 9वीं कक्षा के बाद परिवार की मदद के लिए स्कूल जाना छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि उनका बड़ा बेटा विकलांग है और हमें उसके इलाज के लिए भी मदद की जरूरत है.