शिवराज सिंह चौहान ने किया ज्योतिरादित्य सिंधिया का BJP में स्वागत, बोले- 'स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज'

ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली है. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी उनको भारतीय जनता पार्टी में आने की बधाई दी है.

शिवराज सिंह चौहान ने किया ज्योतिरादित्य सिंधिया का BJP में स्वागत, बोले- 'स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज'

शिवराज सिंह चौहान ने किया ज्योतिरादित्य सिंधिया का BJP में स्वागत

ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली है. भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलवाई. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी उनको भारतीय जनता पार्टी में आने की बधाई दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उनको 'महाराज' कहकर बुलाते हैं. शिवराज सिंह ने भी उनको इस नाम से ही ट्वीट कर बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ''स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज''

वसुंधरा राजे ने भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया का किया BJP में जोरदार स्वागत, लिखा- 'अगर राजमाता होतीं तो...'

इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''आज पार्टी और मेरे लिए खुशी का दिन है. आज मुझे राजमाता सिंधिया जी की याद आई. ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के सदस्य बन चुके हैं. यशोधरा जी भी हमारे साथ हैं. अब पूरा परिवार बीजेपी के साथ है. उनकी एक परंपरा है जहां राजनीति लोगों की सेवा करने का एक माध्यम है.''

ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कांग्रेस का 'इमोशनल' ट्वीट, लिखा- 'घर छोड़कर मत जाओ, कहीं घर न मिलेगा...'

सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक पार्टी के 21 विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ऐसी अटकले हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण पार्टी के महासचिव एवं पूर्ववर्ती ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. 

MP के सियासी घमासान के बीच शिवराज सिंह चौहान ने किया ट्वीट, लिखा- 'प्रतीक्षा कीजिए, परिणाम अच्छे होंगे..'

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नौ मार्च को लिखे इस्तीफा पत्र में सिंधिया ने कहा कि उनके लिये आगे बढ़ने का समय आ गया है क्योंकि इस पार्टी में रहते हुए अब वह देश के लोगों की सेवा करने में अक्षम हैं. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1971 में जनसंघ के सांसद के रूप में की थी और बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये थे.