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मनोरंजन भारती

पिछले ढाई दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय मनोरंजन भारती अपनी राजनीतिक पैठ और अपने राजनैतिक विश्लेषणों के लिए जाने जाते हैं। वे एनडीटीवी के सबसे भरोसेमंद और अनुभवी चेहरों में हैं जिन्होंने कई लोकसभा और विधानसभा चुनाव कवर किए हैं, देश के तमाम बड़े नेताओं के इंटरव्यू लिए हैं और अलग-अलग अवसरों पर कई महत्वपूर्ण राजनीतिक ख़बरें ब्रेक की हैं।

  • BCCI के एनुअल जनरल मीटिंग में तय हआ कि 1983 के आलराउंडर रोजर बिन्नी को अध्यक्ष बनाया जाएगा. बिन्नी अकेले तीसरे टेस्ट क्रिकेटर होंगे जो बीसीसीआई के अध्यक्ष होंगे.
  • कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख यानि 30 सितंबर के बाद 3 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. सबसे पहले नंबर पर हैं राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे. दूसरे नंबर पर हैं शशि थरूर जो तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद हैं और तीसरे हैं केएन त्रिपाठी जो झारखंड के कांग्रेस नेता हैं और झारखंड में मंत्री भी रह चुके हैं.
  • अशोक गहलोत का कहना है कि वे इस घटना से हिल गए. इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी से माफी मांगी है. जब ये सब बातें अशोक गहलोत मीडिया से कर रहे थे, उस वक्त वेणुगोपाल,  जो संगठन के महासचिव हैं,  चुपचाप खड़े हो कर सुन रहे थे यानि जो ब्रीफ अशोक गहलोत को दिया गया उससे ज्यादा वो मीडिया को न बोल दें. 
  • कांग्रेस के सूत्रों की माने तो कांग्रेस की कोशिश अभी भी होगी कि राजस्थान में विधायक दल की बैठक हो और सभी विधायकों से एक-एक कर बात की जाए.
  • क्या एक बार फिर शरद पवार संकट मोचक की भूमिका में होंगे क्योंकि सबको मालूम है कि अघाड़ी की सरकार उन्हीं की बनाई हुई है और वही इसके चाणक्य और भीष्म पितामह हैं.
  • माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेताओं को बताया है कि उनकी लड़ाई किससे है और कैसे उससे लड़ा जा सकता है. पीके ने कांग्रेस नेताओं को समझाया कि उनका मुकाबला मोदी-शाह की जोड़ी से तो है ही, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपार लोकप्रियता शामिल है. मगर उसके पीछे कई ऐसे कारण हैं, जिससे इंकार नहीं किया जा सकता.
  • कई ऐसे जानकार है जो मानते हैं कि केजरीवाल और मोदी में बहुत समानता है जैसे दोनों राष्ट्रवाद और धर्म को अपनी राजनीति में अहम जगह देते हैं. केजरीवाल की तिरंगा यात्रा ,बुजुर्गों को धार्मिक स्थलों की मुफ्त यात्रा करवाना, 'जय माता दी' और 'भारत माता की नारे' एक साथ लगाना, नए-नए प्रतीकों को ढूंढ़ना जैसे अंबेडकर हों या भगत सिंह. दोनों मुफ्त में जनता को राशन से लेकर बिजली-पानी देने में विश्वास रखते हैं.
  • कांग्रेस को एक बार बैठकर सोचना होगा कि राहुल गांधी ही कांग्रेस का भविष्य हैं या किसी और को आगे लाना चाहिए... अब कांग्रेस के पास केवल दो राज्य बचे हैं राजस्थान और छत्तीसगढ... क्या कांग्रेस को प्रियंका गांधी को आधिकारिक रूप से अध्यक्ष बना देना चाहिए...
  • सबसे बड़ा सवाल है कि हाल के सालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, सुष्मिता देव, अशोक तंवर और प्रियंका चतुर्वेदी जैसे लोग कांग्रेस छोड़ कर क्यों चले गए. निश्चित रूप से यह कांग्रेस की लीडरशिप पर एक टिप्पणी है कि तथाकथित युवा चेहरे जो राहुल और प्रियंका के नजदीक माने जाते रहे वो क्यों उन्हें छोड़ रहे हैं.
  • कैप्टन और बीजेपी किसका नुकसान करेंगे क्या वे अकाली दल के वोट में सेंध लगाएंगे या कांग्रेस के और यदि वे सफल रहे तो यह कहना मुश्किल होगा कि किसका नुकसान होगा. मतलब साफ है कैप्टन और बीजेपी के वोट प्रतिशत पर बाकी दलों का भविष्य तय होगा.
  • दुआ सर, आज आप नहीं हैं मगर आप का नाम देश के टेलीविजन इतिहास में लिखा जाएगा. जो सफर 'जनवाणी' से शुरू हुआ वो जारी रहेगा. सवाल तो पूछना ही है, आपके शिष्य होने के नाते हम ये करते रहेंगे.
  • सलमान खुर्शीद की नई किताब 'सनराईज ओवर अयोध्या' (Sunrise Over Ayodhya-Nationhood In Our Time) पर विवाद हो गया है. यह किताब बाबरी मस्जिद-राम जन्म भूमि विवाद, उस पर हुई मुकदमेबाजी और अंत में सुप्रीम कोर्ट का फैसला, इन सब चीजों की विस्तार से चर्चा करती है.
  • उपचुनावों में एक सहानुभूति फैक्टर हमेशा ही होता है. मगर इस बार के उपचुनाव में दो राज्यों ने कुछ संदेश देने की कोशिश की है. खासकर हिमाचल प्रदेश और हरियाणा ने. हिमाचल में सबसे चौकाने वाला नतीजा रहा मंडी लोकसभा सीट का चुनाव. ये सीट कांग्रेस ने जीती जो 2019 में 4 लाख वोटों से हार गई थी.
  • प्रियंका ने उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की आने वाली राजनीति का एजेंडा तय कर दिया. देश की राजनीति का एजेंडा इसलिए क्योंकि अभी भी अपने यहां चुनाव जात-पांत के आधार पर ही लड़ा जाता है. वैसे हालात में देश की आधी आबादी की बात करना किसी गेम चेंजर से कम नहीं है. जाहिर है इससे उत्तर प्रदेश की राजनीति काफी दिलचस्प हो जाने की उम्मीद है क्योंकि जब 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिया जाएगा तो मुख्यमंत्री भी महिला ही होनी चाहिए.
  • जिस ढंग से चरणजीत सिंह चन्नी को लखीमपुर प्रदर्शन में शामिल किया गया उससे साफ हो गया कि कांग्रेस उन्हें एक बड़े दलित नेता के तौर पर पेश करने वाली है, ठीक बूटा सिंह की तरह. फिर जब छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने 50-50 लाख के मुआवजे का ऐलान किया तो लगा कि कांग्रेस इस बार गंभीरता और प्लानिंग के साथ मैदान में उतरी है.
  • पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि वो बीजेपी में नहीं जा रहे हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि वो कांग्रेस से भी इस्तीफा देंगे. मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन का अगला कदम क्या होगा? क्या वो किसी पार्टी का दामन थामेंगे? क्योंकि ऐसा नहीं है कि कैप्टन हमेशा से कांग्रेस में रहे हैं. राजीव गांधी कैप्टन को कांग्रेस में लेकर आए थे.
  • पंजाब में अगले साल फरवरी मार्च में विधानसभा के चुनाव होने हैं क्योंकि 2017 की पंजाब विधानसभा की अवधि 27 मार्च 2022 को खत्म हो रही है. यही वजह है कि पंजाब में सभी राजनैतिक दल अपनी अपनी तैयारी में लगे हुए हैं. लेकिन कांग्रेस में क्या हो रहा है किसी को कोई पता नहीं.
  • पंजाब की राजनीति पर नजर रखने वाले की जानकार मानते हैं कि इनके अहं की लड़ाई में कहीं पार्टी ना हा जाए. यही कहानी है कांग्रेस की उन सभी राज्यों में जहां वो सत्ता में है.
  • क्या गांधी परिवार के नेतृत्व पर खुद कांग्रेस के नेताओं का भरोसा कम होता जा रहा है. ये सवाल इसलिए महत्वपूर्ण होता जा रहा है कि कांग्रेस से नेताओं के जाने का सिलसिला रुक नहीं रहा है. सबसे ताजा उदाहरण सुष्मिता देब हैं जो असम से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं.
  • 2024 के पहले आपको बदली बदली सी कांग्रेस नजर आएगी. क्योंकि जिस हालत में कांग्रेस है जानकार मानते हैं कि इससे बुरा और नहीं हो सकता क्या पता अगले चुनाव में पार्टी डूबने के बजाए तैर जाए क्योंकि बदल रही है कांग्रेस
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