साहित्य

पुस्तक मेले में सामाजिक कार्यकर्ता व लेखिका शीला डागा की किताब ‘किन्नर गाथा' का लोकार्पण

पुस्तक मेले में सामाजिक कार्यकर्ता व लेखिका शीला डागा की किताब ‘किन्नर गाथा' का लोकार्पण

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प्रगति मैदान में चल रहा विश्व पुस्तक मेला रविवार को समाप्त हो गया. इस बार मेले में तमाम नई किताबें आईं और इन पर चर्चा-परिचर्चा हुई.

'विश्व पुस्तक मेले में पाठकों को देखकर किताबों के प्रति भरोसा मजबूत हुआ'

'विश्व पुस्तक मेले में पाठकों को देखकर किताबों के प्रति भरोसा मजबूत हुआ'

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प्रगति मैदान में चल रहा विश्व पुस्तक मेला रविवार को समाप्त हो गया. इस बार मेले में तमाम नई किताबें आईं और इन पर चर्चा-परिचर्चा हुई.

फैज अहमद फैज की नज्म 'हम देखेंगे' पर हुए विवाद के बाद बढ़ी उनकी किताबों की मांग

फैज अहमद फैज की नज्म 'हम देखेंगे' पर हुए विवाद के बाद बढ़ी उनकी किताबों की मांग

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मशहूर पाकिस्तानी शायर फैज अहमद फैज की मशहूर नज्म 'हम देखेंगे' को लेकर छिड़े विवाद ने भले ही साहित्य जगत में उथल-पुथल मचा दी है, लेकिन इससे युवा पीढ़ी के बीच फैज की किताबों की मांग बढ़ गई है. छात्र और युवा पेशेवरों के बीच फैज की जीवनी और नज्मों को बढ़ने को लेकर खासा उत्साह है और पुस्तक विक्रेता फैज की किताबों की सप्लाई के ऑर्डर कर रहे हैं.

किताब अपने आप में एक मुश्किल चीज : कुमार विश्वास 

किताब अपने आप में एक मुश्किल चीज : कुमार विश्वास 

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प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले के आठवें दिन राजकमल प्रकाशन के स्टॉल जलसा घर में कवि कुमार विश्वास ने अपनी किताब फिर मेरी याद पर बातचीत की.

पुस्तक मेले में ‘कश्मीर और कश्मीरी पंडित’ और 'माटी मानुष चून' का लोकार्पण

पुस्तक मेले में ‘कश्मीर और कश्मीरी पंडित’ और 'माटी मानुष चून' का लोकार्पण

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विश्व पुस्तक मेले के छठवें दिन राजकमल प्रकाशन के ‘जलसाघर' के मंच से अशोक कुमार पांडेय की किताब ‘कश्मीर और कश्मीरी पंडित'का लोकार्पण किया गया. इस किताब में अशोक कुमार पांडेय ने कश्मीर के 1500 साल के कश्मीर के इतिहास और कश्मीरी पंडितों के पलायन को समेटा है.

पुस्‍तक विमोचन :  डिप्रेशन की गुत्‍थी खोलकर आत्‍महत्‍या से बचाने वाली किताब है ‘जीवन संवाद’

पुस्‍तक विमोचन : डिप्रेशन की गुत्‍थी खोलकर आत्‍महत्‍या से बचाने वाली किताब है ‘जीवन संवाद’

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अवसाद और आत्महत्या के विरुद्ध वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र की बहुत मशहूर हुई वेबसीरीज 'डियर जिंदगी- जीवन संवाद' किताब की शक्ल में आ गई. रविवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में 'जीवन संवाद' का लोकार्पण किया गया. किताब की शक्ल में आने से पहले इस वेबसीरीज को एक करोड़ से अधिक बार डिजिटल माध्यम में पढ़ा जा चुका है.

दिल्ली पुस्तक मेले में लगा महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का स्टाल

दिल्ली पुस्तक मेले में लगा महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का स्टाल

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नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले (World Book Fair) में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा द्वारा प्रकाशित पुस्तकों और पत्रिकाओं का स्टाल लगाया गया है. हाल संख्या 12 ए में स्टाल संख्या 174 और 175 में विश्वविद्यालय के पुस्तकों को प्रदर्शित किया गया है. विदित है कि नई दिल्ली में 4 जनवरी से 12 जनवरी तक विश्व पुस्तक मेला चल रहा है जिसमें देश-विदेश के पुस्तक प्रकाशक सम्मिलित हुए हैं.

Faiz Ahmad Faiz: कौन थे फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जिनकी नज्म को बताया जा रहा है 'हिंदू विरोधी'

Faiz Ahmad Faiz: कौन थे फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जिनकी नज्म को बताया जा रहा है 'हिंदू विरोधी'

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मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (Faiz Ahmad Faiz) की कविता 'हम देखेंगे (Hum Dekhenge) लाजिम है कि हम भी देखेंगे' को लेकर बढ़ते विवाद के बाद आईआईटी कानपुर ने एक समिति कठित की है जो यह तय करेगी कि फैज की नज्म हिंदू विरोधी है या नहीं. आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के छात्रों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) के छात्रों के समर्थन में परिसर में 17 दिसंबर को फैज की ये नज्म गाई थी जिसको फैकल्टी के सदस्यों ने 'हिंदू विरोधी' बताया था.

साल 2019: हिंदी साहित्य में इन 10 किताबों का रहा जलवा, रही सबसे ज्यादा लोकप्रिय और चर्चित

साल 2019: हिंदी साहित्य में इन 10 किताबों का रहा जलवा, रही सबसे ज्यादा लोकप्रिय और चर्चित

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साल भर किन किताबों की सोशल मीडिया पर चर्चा हुई, समीक्षाएं प्रकाशित हुई, लेकिन ज़ाहिर है कि हज़ारों किताबों में कुछ किताबों को ही चुना जा सकता था. इसलिए एक आधार यह भी रहा कि किताबें अलग-अलग विधाओं की हों, जैसे इस साल हिंदी में कम से कम चार जीवनियां ऐसी आई, जो हिंदी के लिए नई बात रही. इसलिए इस विधा को भी रेखांकित किया जाना ज़रूरी था.

Flashback 2019: साल 2019 की वो 5 चर्चित किताबें, जो आपको जरूर पढ़नी चाहिए...

Flashback 2019: साल 2019 की वो 5 चर्चित किताबें, जो आपको जरूर पढ़नी चाहिए...

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हर साल तमाम विधाओं की अनेक किताबें प्रकाशित होती हैं, लेकिन कुछ किताबें लोगों के बीच अपनी खास जगह बना लेती हैं. साल 2019 भी ऐसा ही रहा.

Mirza Ghalib Birth Anniversary: हर दिल अजीज शायर हैं मिर्जा गालिब, जानिए उनके बारे में 6 बातें

Mirza Ghalib Birth Anniversary: हर दिल अजीज शायर हैं मिर्जा गालिब, जानिए उनके बारे में 6 बातें

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मिर्जा गालिब न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के एक ऐसे लोकप्रिय शायर हैं जिनका रुतबा बहुत ऊंचा है. गालिब की शेरो-शायरी का जिक्र लोग रोजमर्रा की जिंदगी में और बोलचाल की भाषा में करते हैं जो गालिब को हर दिल अजीज बनाता है. गालिब या मिर्जा असदुल्लाह बेग खान का जन्म 27 दिसंबर 1797 को आगरा उत्तर प्रदेश में हुआ था. गालिब के पिता का नाम मिर्जा अबदुल्ला बेग और माता का नाम इज्जत-उत-निसा बेगम था. गालिब सिर्फ 5 साल के थे जब उनके पिता की मृत्यु हो गई. 

हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल का श्रीलंका में सड़क हादसे में निधन

हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल का श्रीलंका में सड़क हादसे में निधन

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हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल (Ganga Prasad Vimal) तथा उनके दो परिजनों का दक्षिण श्रीलंका में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया.

युगों का यात्री: साहस ही किसी कवि को बड़ा बनाता है- नागार्जुन

युगों का यात्री: साहस ही किसी कवि को बड़ा बनाता है- नागार्जुन

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नागार्जुन का जीवन यायावरी का जीवन था. बुढ़ापे में भी वह यह कहते पाए जाते कि जब भी बीमार पड़ूं, किसी ट्रेन का टिकट कटाकर गाड़ी में चढ़ा देना, ठीक हो जाऊंगा.  जब वह सरकार की विकास-अवधारणा पर खिसियाते तो कहते कि यदि और कुछ भी करने में सरकार बिलकुल ही नाकाम है तो यही कर दे कि हर नागरिक को देश-भ्रमण करवा दे, इससे कूपमंडूकता तो खत्म होगी. काशी की विद्वत्परंपरा से निकलकर वह आर्यसमाज की तरफ गए, श्रीलंका जाकर बौद्ध बने, उधर से लौटकर आजादी की लड़ाई में शामिल हुए.

'महाबली': इति‍हास का वो 'क‍िस्सा', जो असगर वजाहत की कल्पना के हि‍स्से आया...

'महाबली': इति‍हास का वो 'क‍िस्सा', जो असगर वजाहत की कल्पना के हि‍स्से आया...

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Book Review: कोई भी नाटक देखने या पढ़ने से पहले हम सभी को उसका एक छोटा सा 'ट्रेलर' चाहि‍ए होता है. तो चलिए हम द‍िखाते हैं आपको असगर वजाहत के नए नाटक महाबली का ये 'ट्रेलर'... तो अपनी कल्पना शक्ति की पेटी बांध लीजि‍ए और सुन‍िए- 

गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन के अनसुने पहलुओं को उकेरती किताब ‘अंतर्वेद प्रवरः गणेश शंकर विद्यार्थी’ का लोकार्पण

गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन के अनसुने पहलुओं को उकेरती किताब ‘अंतर्वेद प्रवरः गणेश शंकर विद्यार्थी’ का लोकार्पण

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पुस्तक ‘अंतर्वेद प्रवरः गणेश शंकर विद्यार्थी’ का लोकार्पण शुक्रवार को नई दिल्ली के 10, राजाजी मार्ग पर किया गया. पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को उनके आवास पर लेखक अमित राजपूत ने अपनी किताब की पहली प्रति भेंट की.

अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप

अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप

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भारत में पॉप संगीत को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वालीं जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया. यह जीवनी विकास कुमार झा ने लिखी है.

A Delhi Obsession: जुनून, प्रेम और विश्वास की कहानी है एमजी वसांजी की नई किताब

A Delhi Obsession: जुनून, प्रेम और विश्वास की कहानी है एमजी वसांजी की नई किताब

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कनाडा के उपन्यासकार एमजी वसांजी का उपन्यास 'A Delhi Obsession' दिल्ली के क्लब के शांत वातावरण के बीच, जुनून, प्रेम और विश्वास की एक अप्रत्याशित कहानी को उजागर करता है. यह उपन्यास आपको अपनी गहन दुविधाओं का सामना करने के लिए मजबूर करेगा. यह किताब बेहद संवेदनशील होने के साथ ही पाठकों के नज़रिए को प्रभावित करने वाली है.

जानें साहित्य के Nobel Prize से जुड़ीं रोचक और खास बातें...

जानें साहित्य के Nobel Prize से जुड़ीं रोचक और खास बातें...

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सबसे कम उम्र में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले (Nobel Laureate) 41-वर्षीय रुडयार्ड किपलिंग (Rudyard Kipling) थे, जिन्हें 1907 में पुरस्कृत किया गया था, और सबसे बड़ी उम्र में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाली लेखिका 88-वर्षीय डोरिस लेसिंग (Doris Lessing) थीं, जिन्हें 2007 में यह पुरस्कार प्रदान किया गया.

Munshi Premchand: खुद भी पढ़‍िए और अपने बच्‍चों को भी पढ़ाएं मुंशी प्रेमचंद की ये 5 कहानियां

Munshi Premchand: खुद भी पढ़‍िए और अपने बच्‍चों को भी पढ़ाएं मुंशी प्रेमचंद की ये 5 कहानियां

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हिंदी साहित्य को नई उचाइयों तक पहुंचाने वाले मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि 8 अक्टूबर को मनाई जाती है. साहित्य में प्रेमचंद के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. प्रेमचंद को उपन्यास के सम्राट माने जाते हैं. प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था. प्रेमचंद की कई कहानियां ग्रामीण भारत पर हैं. उन्होंने अपनी कहानियों के माध्यम से किसानों की हालत का वर्णन किया.

अल्पना मिश्र: मनुष्यता पर गहराते संकट को बयान करता है 'अस्थि फूल'

अल्पना मिश्र: मनुष्यता पर गहराते संकट को बयान करता है 'अस्थि फूल'

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स्त्री-पुरुष के संबंध में बदलाव तो आया है, लेकिन उतना भी नहीं आ पाया. देखने में तो आज स्त्री घर से बाहर निकल रही है. नौकरी कर रही है. पैसा भी कमा रही है, लेकिन उस पैसे पर अभी भी उसका अधिकार नहीं है. अगर वह अपना पैसा खर्च करती है तो उसका हिसाब भी देना होता है. ये जो चीजें हैं ये स्त्री और पुरुष के संबंध में अधिकारों को निर्धारित करती हैं.

 
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