नई दिल्ली: बीसीसीआई द्वारा एमएस धोनी (MS Dhoni) को इस साल के केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए जाने का मतलब है कि बोर्ड ने पूर्व कप्तान (MS Dhoni) को साफ तौर पर संदेश दे दिया है कि वह उनकी भविष्य की प्लानिंग में शामिल नहीं हैं. बहरहाल, बीसीसीआई के उच्च स्तरीय सूत्र की मानें, तो राष्ट्रीय चयन समिति द्वारा अनुबंधित खिलाड़ियों के नामों को अंतिम रूप दिए जाने से पहले धोनी को इस बारे में सूचना दे दी गई थी. वैसे एमएस धोनी (MS Dhoni) को अनुबंध प्रदान न किया जाना कोई अप्रत्याशित नहीं है क्योंकि वर्ल्ड कप के बाद से उन्होंने भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं ही खेला है. वैसे बोर्ड के सूत्र के अनुसार नियमों के हिसाब से एमएस धोनी को अभी भी अनुबंध मिल सकता है.
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बीसीसीआई सूत्र ने इस बारे में पुष्टि करते हुए बताया कि इस मुद्दे को लेकर बोर्ड के बहुत ही उच्च अधिकारी ने धोनी से बात की थी और पूर्व कप्तान को यह साफ तौर पर बताया था कि आगे कैसे बीसीसीआई केंद्रीय अनुबंध को लेकर काम करने जा रहा है. सूत्र ने कहा कि अब जबकि धोनी ने अनुबंध की तय अवधि की शुरुआत (सितंबर 2019) से एक भी मैच नहीं खेला है, तो इस कारण फिलहाल उन्हें टीम में जगह नहीं दी जा सकती.
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किसने धोनी से बात की, पर सूत्र ने नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि धोनी जैसे कद्दावर खिलाड़ी यह बताने की जरूरत है कि फिलहाल उन्हें अनुबंध में जगह नहीं दी जा रही है. और बोर्ड ने इसे बिल्कुल सही तरीके से अंजाम दिया. हालांकि, अधिकारी ने कहा कि अगर धोनी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए, या उससे पहले भारतीय टीम में चुने जाते हैं, तो उन्हें प्रो-राटा आधार पर उन्हें जगह दी जा सकती है. हालांकि इसके आसार बहुत ही कम हैं.
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अधिकारी ने कहा कि एशिया टी20 कप का भी आयोजन होना है . और अगर धोनी कुछ मैच खेलते हैं, तो वह स्वत: ही अनुबंध में शामिल हो जाएंगे. कारण सिर्फ इतना भर है कि नियम के कारण वह अनुबंध में जगह दिए जाने की पात्रता प्राप्त नहीं करते. इसलिए उन्हें जगह नहीं दी गई. अनुबंध दिए जाने का नियम यह है कि अगर कोई खिलाड़ी तय सालाना अवधि में कम से कम तीन टेस्ट या आठ वनडे मैच खेलता है, तो वह स्वत: ही अनुबंध की पात्रता हासिल कर लेता है. कुछ टी20 के मुकाबले खेलने पर भी पात्रता मिल जाती है (लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि सीजन में कितने मैच हैं). सूत्र ने बताया कि वॉशिंगटन सुंदर ने 21 टी20 मुकाबले खेले हैं. और वर्तमान सीजन में उन्होंने 10 से ज्यादा मैच खेले हैं. यही वजह है कि उन्हें अनुबंध मिल गया. ठीक इसी तरह जब पिछले साल रिद्धिमान साहा चोटिल हुए, तो उन्हें सी ग्रेड का अनुबंध दिया गया था.
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ग्रुप बी में शामिल होने के लिए किसी खिलाड़ी को कम से कम तीन टेस्ट खेलने होते हैं. इस आधार पर साहा और मयंक दोनों ने ही ग्रेड बी की पात्रता हासिल कर ली. कुल मिलाकर नियमों के हिसाब से धोनी अभी भी अनुबंध हासिल कर सकते हैं, लेकिन यह स पर निर्भर करेगा कि वह कितने टी20 या वनडे मैच आने वाले समय में खेलते हैं.