CBI विवाद: दो दिन में आलोक वर्मा ने लिए थे जितने फैसले, नागेश्वर राव ने अंतरिम निदेशक बनते ही उन्हें किया रद्द

वर्ष 1986 बैच के ओडिशा कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी राव ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के अनुरूप कार्यभार संभाल लिया.

CBI विवाद: दो दिन में आलोक वर्मा ने लिए थे जितने फैसले, नागेश्वर राव ने अंतरिम निदेशक बनते ही उन्हें किया रद्द

एम नागेश्वर राव बने सीबीआई के अंतरिम निदेशक

खास बातें

  • सीबीआई के फिर अंतरिम निदेशक बने नागेश्वर राव
  • आलोक वर्मा को गुरुवार को पद से हटाया गया था
  • राव ने संभाला कार्यभार
नई दिल्ली:

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के निदेशक पद से आलोक वर्मा को हटाए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को अतिरिक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव (M Nageswara Rao) को एक बार फिर सीबीआई (CBI) का अंतरिम निदेशक बनाया गया है. पद संभालते ही राव ने सीबीआई (CBI) के प्रमुख के रूप में अपने दो दिन के कार्यकाल में आलोक वर्मा (Alok Verma) द्वारा किए गए तबादलों संबंधी फैसले को रद्द कर दिया है. वर्ष 1986 बैच के ओडिशा कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी राव ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के अनुरूप कार्यभार संभाल लिया. सीबीआई (CBI) के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना और वर्मा द्वारा एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर को वर्मा और अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया था और राव को अंतरिम निदेशक का प्रभार सौंपा था.

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आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के रूप में फिर से नियुक्त करने के 48 घंटे के भीतर ही पद से हटाकर राव को पद्भार सौंप दिया गया. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बहाल किये जाने के मात्र दो दिन बाद आलोक वर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक हाई पावर सेलेक्शन कमेटी ने ने गुरुवार को एक मैराथन बैठक के बाद पद से हटा दिया था. आलोक वर्मा पर भ्रष्टाचार और कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही का आरोप लगाया गया था.

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सेलेक्शन कमेटी की बैठक में 2:1 से ये फ़ैसला लिया गया था. पैनल में मौजूद पीएम मोदी और चीफ़ जस्टिस के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद जस्टिस एके सीकरी वर्मा को हटाने के पक्ष में थे. वहीं पैनल के तीसरे सदस्य के तौर पर मौजूद लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आलोक वर्मा को हटाने के विरोध में थे. उन्होंने समिति को विरोध की चिट्ठी भी सौंपी. पैनल ने पाया था कि सीवीसी ने आलोक वर्मा पर गंभीर टिप्पणियां की हैं. पैनल को लगा कि आलोक वर्मा जिस तरह के संवेदनशील संस्था के प्रमुख थे, उन्होंने वैसा आचरण नहीं किया.

VIDEO: आलोक वर्मा को सीबीआई पद से हटाया गया.

 

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