असम : भीड़ द्वारा पिछले 48 घंटे में हुए अलग-अलग हमलों में एक की मौत, 1 घायल

मध्य असम के बिश्वनाथ में एक पारिवारिक झगड़े के बाद साबिन गौर की मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना में मजन नाथ पश्चिमी असम के बोंगाईगांव में स्थानीय लोगों द्वारा की गई एक क्रूर पिटाई से उबर रहे हैं.

असम : भीड़ द्वारा पिछले 48 घंटे में हुए अलग-अलग हमलों में एक की मौत, 1 घायल

असम में इस साल भीड़ का यह पहला हमला नहीं है.

गुवाहाटी:

पूर्वोत्तर भारत के असम में पिछले 48 घंटे की अवधि में भीड़ के हमलों की दो घटनाएं सामने आई हैं. मध्य असम के बिश्वनाथ में एक पारिवारिक झगड़े के बाद साबिन गौर की मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना में मजन नाथ पश्चिमी असम के बोंगाईगांव में स्थानीय लोगों द्वारा की गई एक क्रूर पिटाई से उबर रहे हैं, जिन्होंने सोचा कि उन्होंने मजन को एक घर से चोरी करने की कोशिश करते हुए पकड़ा था.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिला मुख्यालय बिश्वनाथ चाराली से लगभग 9 किमी दूर प्रतापगढ़ टी इस्टेट में दिहाड़ी मजदूर, सबिन पर कथित तौर पर हमला करने के बाद एक पेड़ से बांध दिया गया और उसके भाई नबीन गौर के दोस्तों ने उसे पीटा.

पुलिस ने कहा."साबिन और नबीन, दोनों दिहाड़ी मजदूर गुरुवार को झगड़े के दौरान भिड़ गए, जिसके दौरान साबिन ने नबीन को एक नुकीली चीज से पीटा.नबीन को तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है.शुक्रवार को, नबिन के दोस्त, जानकारी मिलने पर, सबिन की तलाश में आए, उसे पास के एक पेड़ से बांध दिया और उसे पीटा."

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जब तक बिस्वनाथ पुलिस साबिन को अस्पताल ले जाती, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस ने कहा. "हमने इस संबंध में लेपा नायक, भाया नायक, लाला नायक और महेश गोर को पकड़ा है."

हालांकि एक अन्य घटना में पुलिस ने शनिवार को मजन नाथ को बचाने में उस वक्त कामयाबी हासिल की, जब जिला मुख्यालय, बोंगईगांव शहर से लगभग 18 किलोमीटर दूर देवगांव में स्थानीय लोग उसकी पिटाई कर रहे थे.

पुलिस ने कहा. ''आदतन नशेड़ी मजन ने शनिवार को कमलेश्वर नाथ के घर के अंदर घंटे तक हंगामा किया और वहीं सो गया. एक महिला ने उसे फर्श पर पड़ा पाया और पहचान न पाने पर उसे अंदर बंद कर दिया और स्थानीय लोगों को बुलाया. वे आए और उसकी पिटाई शुरू कर दी, "

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पुलिस ने कहा."मजन को नज़दीकी, बोइतमारी पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां पाया गया कि वह एक चोर नहीं था, बल्कि एक नशेड़ी था जिसने दरवाज़ा ढूंढा और नशे में सो गया"

बता दें कि इस साल असम में ये पहला भीड़ हमला नहीं है. इससे पहले, कामरूप ग्रामीण में स्थानीय लोगों द्वारा एक सब्जी विक्रेता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी और ऊपरी असम के जोरहाट जिले में चाय बागान के श्रमिकों द्वारा एक महिला के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के कारण हुई पिटाई में युवक की मौत हो गई थी.

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