बीजेपी का भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोलने का वादा सिर्फ एक जुमला था : कीर्ति आजाद

मशहूर क्रिकेटर और तीन बार बीजेपी से लोकसभा सांसद रहे कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल हो गए

खास बातें

  • कहा- DDCA में भ्रष्टाचार को बीजेपी ने देखा तक नहीं और मुझे निकाल दिया
  • केंद्र सरकार ने राफेल केस पर सुप्रीम कोर्ट में झूठा एफिडेविट दिया
  • कीर्ति आजाद दरभंगा से चुनाव लड़ना चाहते हैं
नई दिल्ली:

छब्बीस साल बीजेपी में रहने के बाद मशहूर क्रिकेटर और तीन बार लोकसभा सांसद रहे कीर्ति आजाद सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया.

मिथिलांचल की टोपी फाग पहनकर दरभंगा से तीन बार बीजेपी सांसद रहे कीर्ति आज़ाद को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कांग्रेस में शामिल कराया.

एनडीटीवी से बात करते हुए कीर्ति आजाद ने कहा कि बीजेपी छोड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह थी दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार का मसला, जिसे उठाने पर बीजेपी ने उन पर कार्रवाई की. कीर्ति आजाद ने कहा, "मैंने DDCA में करप्शन का मामला उठाया था. सरकारी दस्तावेज भी थे, लेकिन पार्टी ने देखा तक नहीं और मुझे निकाल दिया. ये ट्रिगर था."

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कीर्ति आजाद ने ये भी आरोप लगाया कि बीजेपी का भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोलने का वादा सिर्फ एक जुमला था. कीर्ति आजाद ने एनडीटीवी से कहा, "सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में झूठा एफिडेविट दिया, राफेल केस पर. कहा कि PAC ने CAG रिपोर्ट देखी है. लेकिन CAG रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद में पेश हुई."

कीर्ति आजाद ने कहा कि वे दरभंगा से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन इस बारे में अब फैसला कांग्रेस को करना है.

VIDEO : कीर्ति आजाद ने कहा, उन पर लगे आरोप बेबुनियाद

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कांग्रेस में शामिल होने के बाद भले ही कीर्ति आजाद ने इसे घर वापसी करार दिया हो लेकिन क्रिकेट के मैदान में जौहर दिखा चुके कीर्ति आजाद राजनीति के खेल को भी अच्छी तरह समझते हैं. वे लोकसभा चुनावों से पहले भ्रष्टाचार के सवाल पर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं.